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लगातार बढ़ रहा Chikungunya का खतरा, WHO ने किया अलर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है. यह एक गंभीर वायरल बीमारी है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलती है. WHO के अनुसार, दुनिया के कई हिस्सों में अचानक संक्रमण बढ़ रहा है और इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है. चिकनगुनिया में तेज बुखार, जोड़ो में तीव्र दर्द और थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। यह बीमारी शरीर की इम्यूनिटी को वीक कर देती है और लंबे समय तक मरीज को कमजोरी महसूस हो सकती है. गंभीर मामलों में, यह नसों और अन्य अंगों को प्रभावित कर सकती है, जिससे मरीज की रिकवरी में महीनों लग जाते हैं. WHO ने कहा है कि समय पर पहचान और सावधानी ही इससे बचाव का सबसे बड़ा उपाय है.
चिकनगुनिया मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के काटने से फैलता है. ये वही मच्छर हैं जो डेंगू और जीका वायरस फैलाते हैं. संक्रमण तब होता है जब मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति का खून चूसने के बाद किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है. चिकनगुनिया का वायरस शरीर में प्रवेश करके तेजी से फैलता है और खून में वायरस की मात्रा बढ़ा देता है. यह बीमारी ज्यादातर बरसात के मौसम या जहां पानी जमा होता है, वहां पनपती है क्योंकि ऐसे स्थानों पर मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है. अस्वच्छ वातावरण, ठहरा हुआ पानी और पर्याप्त बचाव न करना संक्रमण के विशेष कारण हैं. वीक इम्यूनिटी वाले लोग, बच्चे और बुजुर्गों को इसका अधिक खतरा होता है.
चिकनगुनिया के लक्षण क्या हैं?
डॉ. बताते हैं कि चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 4-7 दिन बाद दिखते हैं. सबसे सामान्य लक्षणों में अचानक तेज बुखार और जोड़ों में असहनीय दर्द शामिल हैं, जो कई बार हफ्तों तक बना रह सकता है. इसके अलावा सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और त्वचा पर लाल चकत्ते उभरना भी इसके संकेत हैं. कई मरीजों को मतली, उल्टी और हल्की आंखों में जलन की समस्या होती है. चिकनगुनिया में जोड़ों का दर्द इतना तेज होता है कि मरीज सामान्य कामकाज करने में असमर्थ हो सकता है.
कुछ मामलों में हाथ-पैरों में सूजन और अकड़न भी देखने को मिलती है. गंभीर संक्रमण में, खासकर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में नर्वस सिस्टम प्रभावित हो सकता है जिससे लंबे समय तक कमजोरी और दर्द बना रहता है. अगर समय पर इलाज न मिले तो यह बीमारी मरीज को महीनों तक बिस्तर पर रहने को मजबूर कर सकती है.
कैसे करें बचाव?
- आसपास पानी जमा न होने दें.
- मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट और कॉइल का इस्तेमाल करें.
- दिन में भी मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें.
- घर में दरवाजों और खिड़कियों पर मच्छरदानी या नेट लगाएं.
- बुखार या अन्य लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
