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शरीर से लगातार बदबू आना सिर्फ पसीने की वजह नहीं, हो सकती हैं ये 5 बीमारियां
Body Odour Warning Signs: शरीर से गंध आना यानी बॉडी ओडर (Body Odour) एक आम लेकिन कभी-कभी शर्मिंदगी पैदा करने वाली स्थिति है. ये आमतौर पर तब होती है जब पसीना त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया से मिलकर एक तरह की बदबू पैदा करता है. लेकिन सिर्फ पसीना ही इसका कारण नहीं होता, और भी कई वजहें हैं जो शरीर से गंध आने का कारण बन सकती हैं. अक्सर लोग शरीर से आने वाली बदबू को सिर्फ पसीना समझकर नजरअंदाज कर देते हैं.
लेकिन जब ये बदबू हर दिन, नहाने के बावजूद और डियोड्रेंट लगाने पर भी बनी रहे, तो इसे हल्के में लेना खतरे से खाली नहीं होता. क्योंकि शरीर से आने वाली अजीब या तेज बदबू कई बार किसी गंभीर बीमारी का संकेत होती है. स्किन पर रैशेज़, खुजली या लालपन के साथ बदबू या असामान्य गंध आने लगे (जैसे फल जैसी, पेशाब जैसी, मछली जैसी) या बिना किसी वजह के पसीना बहुत ज्यादा आने लगे तो हो तो मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए.
गर्मी या भारी मेहनत के बाद पसीना आना सामान्य बात है, लेकिन जब शरीर से लगातार बदबू आने लगे और वो भी अलग-अलग तरह की गंध जैसे अमोनिया जैसी, मीठी-सी, या मछली जैसी तो ये आपके अंदर चल रही किसी समस्या का संकेत हो सकता है. नीचे जानिए ऐसी पांच बीमारियों के बारे में, जिनमें शरीर की बदबू बदल जाती है और जिन्हें समझना बेहद जरूरी है.
डायबिटीज और शरीर से मीठी बदबू आना
डायबिटीज के मरीजों में अगर शुगर लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और इंसुलिन की कमी हो जाती है, तो शरीर में केटोएसिडोसिस (Diabetic Ketoacidosis – DKA) की स्थिति बनती है. इस स्थिति में शरीर से मीठी या फल जैसी गंध आती है. ये एक खतरनाक स्थिति हो सकती है जो इलाज के बिना कोमा या मौत का कारण भी बन सकती है. अगर किसी डायबिटिक व्यक्ति के शरीर से ऐसी गंध आने लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. साथ ही सांस से आने वाली बदबू भी इसी का हिस्सा हो सकती है.
लिवर या किडनी की बीमारी और तेज गंध
किडनी और लिवर का काम शरीर से विषैले तत्व (toxins) को बाहर निकालना होता है. अगर इन अंगों में कोई खराबी आ जाए, तो ये टॉक्सिन्स शरीर में जमा होने लगते हैं. किडनी फेलियर के मरीजों के शरीर से यूरिया या पेशाब जैसी गंध आ सकती है. लिवर डैमेज के मरीजों में अक्सर कच्चे मांस या मछली जैसी गंध आने लगती है, जिसे “fetor hepaticus” कहा जाता है. ये संकेत बहुत गंभीर हैं और फौरन मेडिकल जांच की जरूरत होती है.
थायरॉइड की परेशानी और पसीने की बदबू
थायरॉइड हार्मोन हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है. जब ये संतुलन बिगड़ता है (हाइपरथायरॉइडिज्म या हाइपोथायरॉइडिज्म) तो शरीर में बहुत ज्यादा पसीना आ सकता है या स्किन ड्राय हो सकती है. हाइपरथायरॉइडिज्म में शरीर अत्यधिक गर्म और पसीने से तर रहता है, जिससे बदबू अधिक हो सकती है. वहीं, हाइपोथायरॉइड में त्वचा सूखी होने के कारण उसमें फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है, जो बदबू का कारण बनता है.
फंगल या बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन
बारिश और गर्मी के मौसम में शरीर के कुछ हिस्सों (जैसे बगल, कमर, जांघों के बीच) में फंगल इंफेक्शन होना आम है. इस दौरान स्किन पर लालपन, खुजली और बदबू हो सकती है. Corynebacteria नामक बैक्टीरिया शरीर में अंडरआर्म्स और पैरों से तीखी गंध पैदा करते हैं. Tinea corporis जैसे फंगल इन्फेक्शन में भी बदबू और पसीने की मात्रा बढ़ जाती है. इन्हें नजरअंदाज न करें, समय पर इलाज से ये ठीक हो सकते हैं.
पाचन तंत्र की खराबी
अगर आपका पाचन ठीक से काम नहीं कर रहा, पेट में गैस, एसिडिटी या कब्ज की समस्या बनी रहती है तो शरीर से अजीब सी गंध आ सकती है. कई बार शरीर टॉक्सिन्स को बाहर नहीं निकाल पाता, जिससे ये त्वचा या सांस के ज़रिए निकलते हैं और गंध पैदा करते हैं. पेट साफ न रहना, आंतों में बैक्टीरिया का असंतुलन और फाइबर की कमी इसके सामान्य कारण हैं.
