मानसून सत्र 5वां दिन: विपक्ष ने लगाए 'मोदी सरकार हाय-हाय' के नारे, 28 जुलाई तक लोकसभा की कार्यवाही स्थगित, ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

मानसून सत्र 5वां दिन: विपक्ष ने लगाए 'मोदी सरकार हाय-हाय' के नारे, 28 जुलाई तक लोकसभा की कार्यवाही स्थगित, ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

संसद मानसून सत्र के 5वें दिन विपक्ष ने 'मोदी सरकार हाय-हाय' के नारे लगाए। SIR मुद्दे पर संसद परिसर में जोरदार प्रदर्शन हुआ। लोकसभा की कार्यवाही 28 जुलाई तक स्थगित, ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा।

नई दिल्ली: सत्ता पक्ष और विपक्ष के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार (25 जुलाई) को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ बैठक में फैसला किया कि सदन में गतिरोध खत्म करके अगले सोमवार (28 जुलाई) से कार्यवाही नियमित रूप से संचालित की जाएगी। ओम बिरला की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में गतिरोध खत्म करने पर सहमति बनी। सरकार की तरफ से पहलगाम और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चर्चा में हिस्सा लेंगे।

SIR पर आज भी बवाल
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने बिहार में वोटर लिस्ट के SIR के खिलाफ शुक्रवार को संसद भवन परिसर में मार्च किया। इस दौरा प्रतीकात्मक विरोध करते हुए एसआईआर लिखे पोस्टर फाड़कर कूड़ेदान में डाले। विपक्ष के नेताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से संसद भवन के 'मकर द्वार' तक मार्च निकाला।

इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और कई अन्य दलों के सांसद शामिल हुए। संसद परिसर में ही विपक्षी नेताओं ने प्रतीकात्मक विरोध करते हुए एक कूड़ेदान रखा। फिर एसआईआर लिखे पोस्टर फाड़कर उसमें डाले। खड़गे, राहुल गांधी और कई अन्य सांसदों ने भी ऐसा किया।

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विपक्षी सांसदों ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर ‘SIR- लोकतंत्र पर वार’ लिखा हुआ था। उन्होंने 'एसआईआर वापस लो' और 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाए। विपक्षी सांसदों की मांग है कि इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार गरीबों का मताधिकार छीनना चाहती है और रसूखदार लोगों को ही मताधिकार देना चाहती है।

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