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उत्तर प्रदेश की कुसुम बनी दिल्ली की ड्रग क्वीन: 8 करोड़ की संपत्ति, खुफिया रास्तों से चलाती थी नशे का कारोबार, 20 CCTV से पुलिस की निगरानी
उत्तर प्रदेश की कुसुम बनी दिल्ली की ड्रग क्वीन: 8 करोड़ की संपत्ति, खुफिया रास्तों से चलाती थी नशे का कारोबार, 20 CCTV से पुलिस की निगरानी
उत्तर प्रदेश की कुसुम बनी दिल्ली की ड्रग क्वीन: 8 करोड़ की संपत्ति, खुफिया रास्तों से चलाती थी नशे का कारोबार, 20 CCTV से पुलिस की निगरानी
नई दिल्ली: दिल्ली के आउटर जिले के सुल्तानपुरी इलाके में रहने वाली 56 वर्षीय कुसुम देवी आज ड्रग्स की दुनिया में ‘क्वीन’ के नाम से जानी जा रही है। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली कुसुम ने ना सिर्फ दिल्ली में ड्रग्स का एक पूरा नेटवर्क खड़ा किया, बल्कि अपने घर को मिनी-फोर्ट की तरह बना दिया, जहां से वह पूरी पुलिस की मूवमेंट पर नजर रखती थी।
20 CCTV, खुफिया गली, और पांच मंजिला अड्डा
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, कुसुम का घर सुल्तानपुरी में एक पांच मंजिला इमारत है। इस इमारत में 20 से अधिक CCTV कैमरे लगे हैं, जिनका सीधा फीड हर फ्लोर पर लगी LED स्क्रीन से देखा जाता था। साथ ही, पुलिस से बचने के लिए उसने घर के बगल में एक खुफिया गली तैयार की थी, जिसके दोनों सिरे लोहे के दरवाजों से बंद किए जा सकते थे।
10 मार्च को पुलिस ने कुसुम के अड्डे पर छापा मारा था। उसका बेटा अमित गिरफ्तार हुआ, लेकिन कुसुम और उसकी बेटियां फरार हो गईं। पूछताछ में पता चला कि ड्रग्स का धंधा पूरे परिवार द्वारा संचालित किया जाता था। पुलिस ने कुसुम की करीब 4 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है।
खिड़कियों से लटकती टोकरी में बिकती थी ड्रग्स
पुलिस के अनुसार, ड्रग्स की बिक्री का तरीका बेहद अनोखा था। छत से रस्सी में बंधी टोकरी को नीचे लटकाया जाता, जिसमें ग्राहक कैश डालता और बदले में उसे ड्रग्स दी जाती। इसके अलावा, कुछ विशेष ग्राहक घर के भीतर लोहे की ग्रिल के पार से सीधे ड्रग्स लेते थे।
12 केस, कोर्ट से भगोड़ा घोषित होने की तैयारी
कुसुम के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत 12 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उसके बैंक अकाउंट फ्रीज़ कर दिए हैं और कोर्ट में उसके ‘भगोड़ा’ घोषित किए जाने की सुनवाई चल रही है। जनवरी 2024 के बाद से कुसुम की बेटियों के खातों में करीब 2 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन सामने आया है।
बच्चों का इस्तेमाल, स्थानीय समर्थन
DCP सचिन शर्मा के मुताबिक, ड्रग्स की सप्लाई में बच्चों और स्थानीय लोगों का भी इस्तेमाल हो रहा था। सुल्तानपुरी में रह रहे कई लोगों ने पुलिस को बताया कि रात में 100 से ज्यादा लोग ड्रग्स खरीदने आते थे। कुसुम के कई करीबी अब भी इलाके में रह रहे हैं और धंधा छिपकर जारी है।
करोड़ों की प्रॉपर्टी, फर्जी नामों पर खरीदी गाड़ियां
कुसुम ने ड्रग्स के पैसे से 7–8 करोड़ रुपए की संपत्ति बनाई है। सुल्तानपुरी में 7 मकान और रोहिणी में भी कई फ्लैट होने की पुष्टि हो चुकी है। उसके पास फॉरच्यूनर, स्कॉर्पियो और स्विफ्ट डिजायर जैसी गाड़ियां हैं, जो दूसरे नामों पर खरीदी गई हैं।कुसुम फिलहाल फरार है। पुलिस उसकी तलाश में बुलंदशहर, अलीगढ़ और बरेली में छापेमारी कर चुकी है। फरवरी में कोर्ट ने उसे दिल्ली से 9 महीने तक बाहर रहने का आदेश दिया था, लेकिन वह अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
