रात में मुहं सूखता है? ये इन 6 बीमारियों का संकेत हो सकता है

Dry mouth at night: रात में मुंह सूखने की समस्या को मेडिकल भाषा में ज़ेरोस्टोमिया कहा जाता है. यह तब होता है जब लार का बनना कम हो जाता है, जिससे मुंह में चिपचिपापन महसूस होता है. नींद के दौरान हमारा शरीर सामान्य से कम लार बनाता है, लेकिन अगर यह समस्या लगातार बनी रहे तो यह परेशानी बढ़ा सकती है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे पानी की कमी, मुंह खुला रखकर सोना, ज्यादा कॉफी या अल्कोहल का सेवन, कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट और हॉर्मोनल बदलाव. लंबे समय तक मुंह सूखना दांतों में सड़न, मुंह में छाले और बदबू जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है. इसलिए इसके पीछे की वजह समझना और समय पर इलाज करना जरूरी है.

रात में बार-बार मुंह सूखने के साथ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं. इसमें जीभ पर जलन या खुरदुरापन महसूस होना, बोलने और निगलने में कठिनाई, होंठों का फटना और मुंह में बदबू शामिल है. कई बार स्वाद महसूस करने की क्षमता भी कम हो सकती है. लगातार सूखा मुंह दांतों और मसूड़ों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ाता है क्योंकि लार बैक्टीरिया को हटाने का काम करती है. गले में खराश, प्यास ज्यादा लगना और नींद में बार-बार जागना भी इसके अन्य लक्षण हैं. अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है.

रात में मुंह सूखना किन बीमारियों का संकेत है?
रात में मुंह सूखना कई बीमारियों का संकेत हो सकता है. डायबिटीज इसका एक आम कारण है, जिसमें ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. थायरॉयड की समस्या में भी लार का बनना कम हो सकता है. स्लीप एपनिया से ग्रस्त लोग अक्सर मुंह खुला रखकर सोते हैं, जिससे यह समस्या बढ़ जाती है. ऑटोइम्यून डिजीज जैसे स्जोग्रेन सिंड्रोम में लार ग्लैंड्स प्रभावित होते हैं, जिससे मुंह सूखने की समस्या हो सकती है.

Read More वजन घटाना अब आसान काम… ओजेम्पिक की दवा भारत में लॉन्च, जानें क्या होगी कीमत

इसके अलावा, डिहाइड्रेशन, सांस से जुड़ी एलर्जी या संक्रमण, और लंबे समय तक चलने वाली कुछ दवाएं जैसे एंटीहिस्टामिन, एंटीडिप्रेसेंट और ब्लड प्रेशर की दवाएं भी इस समस्या की वजह बन सकती हैं. अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो समय पर इलाज बेहद जरूरी है.

Read More दबे पांव किडनी को नुकसान पहुंचा रहे रोजमर्रा के 5 फूड्स, देर होने से पहले कर दें डाइट से बाहर

कैसे करें बचाव

  • दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
  • सोने से पहले अल्कोहल और कैफीन से बचें.
  • मुंह बंद रखकर सांस लेने की आदत डालें.
  • सोने से पहले माउथवॉश या लार बढ़ाने वाले जेल का इस्तेमाल करें.
  • घर में हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें.
  • अच्छे से दांतों और मसूड़ों की सफाई करें.
  • समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से चेकअप कराएं.

लेखक के विषय में

More News

स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल: ICU में मरीजों के बीच चूहों का धमाल

राज्य