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क्या कांग्रेस पार्टी के पास ब्लाक में कार्यकर्ता नहीं बचे हैं ?…….. जिन्हें प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया जा सके या फिर गुटबाजी हावी है शायद इसीलिए शहर के लोगों को ग्रामीण ब्लाकों प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है

क्या कांग्रेस पार्टी के पास ब्लाक में कार्यकर्ता नहीं बचे हैं ?…….. जिन्हें प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया जा सके या फिर गुटबाजी हावी है शायद इसीलिए शहर के लोगों को ग्रामीण ब्लाकों प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है रायपुर : हम आपको बता दें की प्रदेश प्रतिनिधियों की 310 लोंगो की एक लंबी लिस्ट कल […]

क्या कांग्रेस पार्टी के पास ब्लाक में कार्यकर्ता नहीं बचे हैं ?…….. जिन्हें प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया जा सके या फिर गुटबाजी हावी है शायद इसीलिए शहर के लोगों को ग्रामीण ब्लाकों प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है
रायपुर : हम आपको बता दें की प्रदेश प्रतिनिधियों की 310 लोंगो की एक लंबी लिस्ट कल नई दिल्ली से कांग्रेस के केन्द्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री के द्वारा जारी किया गया जिसे देखने से यह प्रतीत हुआ कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में गुटबाजी हावी है जिसका उदाहरण यह रहा कि ब्लॉकको में अब कांग्रेस के पास ऐसा कोई कार्यकर्ता नहीं रहा जो प्रदेश प्रतिनिधि बनाया जा सके उनके बदले में शहर के लोगों को ब्लाकों से प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है जिसका ताजा उदाहरण हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं ।
सकरी से मस्तूरी ब्लाक के आदमी की नियुक्ति, तिफरा से बिलासपुर शहर के आदमी की नियुक्ति,कोटा से बिलासपुर शहर के आदमी की नियुक्ति,बेलतरा से बिलासपुर शहर के आदमी की नियुक्ति, गौरेला,पेन्ड्रा से दुसरे शहरो के आदमी की नियुक्ति बता रहा है की कांग्रेस के अंदर खाने में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पुरा मेहनत करने वाले पार्टी के झंडा उठाने वाले ब्लाकों के कार्यकर्ताओं को वंचित कर शहर के अपने करीबी लोगों को प्रदेश प्रतिनिधि नियुक्त करा दिया गया है।अब देखना यह होगा की ये जो अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे कार्यकर्ता आने वाले समय में पार्टी के लिए वफादारी से कार्य करेंगे ?