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सड़क की जमीन वकील को बेची, पुलिस ने कश्यप परिवार अभय बरुआ और अभ्यांश बिल्डकान पर दर्ज किया धोखाधड़ी का मामला
बिलासपुर: धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर दस्तावेजों में हेरफेर कर सड़क की जमीन एक वकील को बेच दी. बाद में जब वकील को ठगी का पता चला, तो उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई. तारबाहर पुलिस ने महिला सहित तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.तारबाहर पुलिस के अनुसार, इमलीपारा सिविल लाइन निवासी शोहराब खान (29), जो पेशे से वकील हैं, ने शिकायत दर्ज कराई है. शोहराब ने जूना बिलासपुर पटवारी हल्का नंबर 39 स्थित खसरा नंबर 587/2 रकबा 0.06 एकड़ भूमि को 21 मई 2020 को पंजीकृत विक्रय पत्र के माध्यम से खरीदा था. यह जमीन मूल रूप से बलराम कश्यप की थी, जिनकी मृत्यु के बाद उनके वारिसों शैलेष, उमेश और सर्वेश कश्यप इसके स्वामी बने. शैलेष कश्यप की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी सावित्री कश्यप और उनकी संतानें स्वामिनी हुईं. जमीन का बंटवारा सावित्री देवी (शैलेष), उमेश और सर्वेश कश्यप को मिला था.
ऐसे हुई धोखाधड़ी
वकील शोहराब खान ने सावित्री देवी वगैरह के नाम पर दर्ज खसरा नंबर 587/2 और उस पर बनी 2 शटर वाली दुकान खरीदी थी. दुकान की चौहद्दी उत्तर में टेलीफोन एक्सचेंज रोड, दक्षिण में सावित्री देवी की बचत भूमि 600 वर्गफुट, पूर्व में सलूजा की भूमि और पश्चिम में कॉलोनी की ओर जाने वाली रोड थी. लेकिन, उमेश कश्यप, सर्वेश कश्यप, सावित्री देवी, अभय बरूवा और अभ्यांश बिल्डकॉन ने आपराधिक षडयंत्र कर 22 मई 2021 और 14 जुलाई 2021 को वकील की खरीदी जमीन (दुकान) के खसरा नंबर 587/2 की चौहद्दी को गलत दर्शाकर पंजीकृत विक्रय पत्र तैयार कर दिए.
मौके पर यह भूमि कॉलोनी को जाने वाली सड़क में चली गई है, लेकिन राजस्व अभिलेखों में यह भूमि उपरोक्त लोगों के नाम पर दर्ज रही. इसी का नाजायज फायदा उठाकर रोड की भूमि को बेचा गया और इन विक्रय पत्रों के आधार पर वकील की दुकान पर कब्जा करने का प्रयास किया गया.
बिल्डकॉन को भी बेची जमीन
आरोपी सावित्री देवी ने वकील को बेची गई भूमि और दुकान का दोबारा बैनामा अभ्यांश बिल्डकॉन के पक्ष में कर दिया. इसमें वकील की भूमि की जगह उमेश कश्यप की भूमि को दर्शाया गया, जिस पर विवाद चल रहा है. इस बीच दोनों पक्षों की थाना तारबाहर में रिपोर्ट दर्ज हुई है. 14 जुलाई 2021 को वकील की दुकान का बैनामा उमेश कश्यप से अभ्यांश बिल्डकॉन के नाम से कराया गया. सावित्री देवी और उनकी संतानों ने 22 मई 2021 को पीड़ित की दुकान को दोबारा बेचने के इरादे से उमेश कश्यप की भूमि की चौहद्दी विक्रय पत्र में दिखाकर बैनामा बिल्डकॉन के पक्ष में किया.
पुलिस जांच में पता चला है कि अलग अलग चौहद्दी बताकर कुल 2100 वर्गफुट भूमि बेची गई, जबकि मौके पर सिर्फ 901 वर्गफुट भूमि ही उपलब्ध है. पहली रजिस्ट्री शोहराब खान की सावित्री देवी ने खसरा नंबर 587/2 से 300 वर्गफुट (दुकान मेन रोड की) 21 मई 2020 को की. दूसरी रजिस्ट्री अभय बरूवा ने सर्वेश से अभ्यांश बिल्डकॉन के नाम से 2 डिसमिल (900 वर्गफुट) खसरा नंबर 587/29 की रोड की भूमि की 22 मई 2021 को कराई. तीसरी रजिस्ट्री उमेश कश्यप ने अभ्यांश बिल्डकॉन के नाम से खसरा नंबर 587/28 से रोड में चली गई 300 वर्गफुट की रजिस्ट्री 14 जुलाई 2021 को कराई. चौथी रजिस्ट्री सावित्री देवी से अभ्यांश बिल्डकॉन के नाम से खसरा नंबर 587/2 से 600 वर्गफुट 22 मई 2021 को कराई गई. सभी रजिस्ट्री में चौहद्दी गलत डाली गई है. पुलिस ने सावित्री कश्यप उमेश कश्यप सर्वेश कश्यप अभय बरूआ अभ्यांश बिल्डकान एवं अन्य के विरुद्ध धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
