जेल से रची रंगदारी की साजिश: नेता को मारने की धमकी देकर भाई से वसूले लाखों, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

जेल से रची रंगदारी की साजिश: नेता को मारने की धमकी देकर भाई से वसूले लाखों, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

भिलाई में हत्या के मामले में जेल में बंद भाजयुमो नेता के भाई से रंगदारी वसूलने के मुख्य आरोपी रवि विठ्ठल को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी ने जेल से फोन पर धमकी देकर 7.95 लाख रुपये वसूले। मामले में कई अन्य आरोपियों को भी पकड़ा जा चुका है।

भिलाई: हत्या के मामले में जेल में बंद भाजयुमो नेता रहे लोकेश पांडेय के भाई से रंगदारी वसूलने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रवि विट्‌ठल को राजनांदगांव से प्रोटेक्शन वारंट पर अरेस्ट कर दुर्ग लाया है। मर्डर के सजायाफ्ता कैदी रवि ने लोकेश को जेल में जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी मांगी थी। घबराकर लोकेश के भाई ने दो बार में 7.95 लाख रुपए दे दिए। रंगदारी वसूलने में उसका सहयोग करने वाले भाई और मां समेत तीन आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

मामले में पिछले साल 4 अक्टूबर को 35 वर्षीय अभिषेक पांडेय की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया। प्रार्थी अभिषेक का भाई लोकेश समेत 8 आरोपी रंजीत सिंह की हत्या के केस में 22 जून से जेल में है। केंद्रीय जेल में ही आरोपी रवि विट्ठल मर्डर केस में सजा काट रहा था। रवि ने अपने साथी विशाल उड़िया को कॉल कर अभिषेक को कान्फ्रेंस पर जोड़ लिया और पैसे मांगे। नहीं देने पर बड़े भाई लोकेश को जान से मारने की धमकी दी। आरोपी के कहने पर उसने 11 जुलाई 2023 को सोने की चेन और लॉकेट खरीदकर रवि के साथी विशाल को दिया।

18 जुलाई को भाई लोकेश से जेल में मिला तो उसने रवि द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात बताई। 19 जुलाई को बदमाश रवि ने अपनी पेशी के दौरान उसे भी दुर्ग कोर्ट बुलाया। जहां फिर से विशाल के माध्यम से नकद 5 लाख रुपए लिए और मां गुरमीत कौर और भाई परबदीप को दे दिए। इसके बाद फिर ऑनलाइन 2.95 लाख रुपए लिए। फिर भी उसकी डिमांड कम नहीं हुई। इसलिए थाने में FIR दर्ज करा दी। सुपेला थाना प्रभारी विजय यादव ने बताया कि मामले में आरोपी महेश्वरी बघेल उर्फ पूजा, गुरमीत कौर, विशाल सोनी को पहले गिरफ्तार हो चुके हैं।

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इस मामले से स्पष्ट होता है कि जेल में बंद अपराधी भी मोबाइल और बाहरी संपर्क के जरिए रंगदारी वसूलने जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे सकते हैं। यह घटना जेल सुरक्षा व्यवस्था की कमज़ोरियों को उजागर करती है और जेल प्रशासन तथा पुलिस अधिकारियों के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। आरोपी रवि विठ्ठल के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जेल में कड़ी निगरानी और मोबाइल प्रतिबंध लागू करना आवश्यक है, ताकि बंदियों द्वारा बाहरी दुनिया को प्रभावित करने की कोशिशें रोकी जा सकें।

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