EOW को डिप्टी कमिश्नर के घर पर मिली बाघ की खाल, बैठने के लिए करते थे इस्तेमाल, 5.89 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा

EOW को डिप्टी कमिश्नर के घर पर मिली बाघ की खाल, बैठने के लिए करते थे इस्तेमाल, 5.89 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा

आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित घर से बाघ की खाल और 5.89 करोड़ की अवैध संपत्ति बरामद हुई। EOW की छापेमारी में बड़ा खुलासा, वन्यजीव अधिनियम के तहत मामला दर्ज।

जबलपुर: आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित आवास से बाघ की खाल बरामद होने के बाद हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह खाल लगभग 30 साल पुरानी है और इसे वे आसन के रूप में बैठने के लिए उपयोग में लाते थे। यह खुलासा तब हुआ जब आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के तहत उनके जबलपुर, सागर और भोपाल स्थित ठिकानों पर छापा मारा। ईओडब्ल्यू को इस दौरान 5.89 करोड़ रुपये की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला।

डीएफओ ने बताया कि वन्य प्राणी अधिनियम 1972 की धारा 9 और 50 के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। आरोपी डिप्टी कमिश्नर सरवटे को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। बता दें कि आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने मंगलवार को जगदीश सरवटे के जबलपुर, सागर और भोपाल स्थित ठिकानों पर छापा मारा था। जिसमें सरवटे से 5 करोड़ 89 लाख 95 हजार 624 रुपए की अनुपातहीन संपत्ति मिली थी। जांच एजेंसी बुधवार को भी सरवटे के जबलपुर के आधारताल और रामपुर स्थित उनके आवासों पर सर्चिंग में जुटी रही, जबकि करमचंद चौक स्थित बैंक लॉकरों की भी तलाशी ली जा रही है।

खाल मिलने पर वन विभाग भी करेगा पूछताछ
EOW को सरवटे के बंगले में तलाशी के दौरान बाघ की खाल मिलने के बाद इसकी सूचना तत्काल जबलपुर वन विभाग को दी गई। डीएफओ ऋषि शुक्ला ने बताया कि बरामद की गई खाल लगभग 30 वर्ष पुरानी, जिसकी कीमत का आकलन फिलहाल नहीं किया जा सका है। वन विभाग यह जांच करेगा कि यह खाल कहां से लाई गई और किसने दी। इस मामले में सरवटे से वन विभाग अलग से पूछताछ करेगा।BAGH

Read More Goa Nightclub Fire: थाईलैंड में पकड़े गए लूथरा ब्रदर्स, अब भारत लाए जाने की उलटी गिनती शुरू

तीन शहरों में सर्चिंग, एक के बाद एक खुलासे
डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1)(B), 13(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।22 जुलाई को ईओडब्ल्यू की टीमों ने जबलपुर के शंकर शाह नगर रामपुर स्थित सरकारी आवास, आधारताल स्थित पैतृक मकान और भोपाल के बाग मुगलिया में एक साथ छापे मारे। साथ ही, सागर स्थित शासकीय आवास की तलाशी सागर ईओडब्ल्यू की टीम ने की।

Read More चोरों का अजब खेल: 9 साल में 10वीं बार लूटी हलवाई की दुकान, पैसे नहीं, सिर्फ मिठाइयां चुराने आए चोर

अब तक सामने आया करोड़ों का भ्रष्टाचार
अब तक की जांच में सरवटे के पास से लगभग 5.89 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति उजागर हो चुकी है, जिसमें नकदी, प्रॉपर्टी, निवेश और कीमती सामान शामिल हैं।सूत्रों के मुताबिक, बैंक लॉकरों में भी और संपत्ति छिपे होने की आशंका है, जिनकी तलाशी अभी जारी है।

बता दें जगदीश सरवटे ने अपनी सेवा का बड़ा हिस्सा जबलपुर में ही बिताया है। कुछ समय पूर्व ही उनका तबादला सागर हुआ था। वर्तमान में वे आदिम जाति कल्याण विभाग में डिप्टी कमिश्नर पद पर कार्यरत हैं और जबलपुर के परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र का भी अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।

लेखक के विषय में

More News

वन्यजीवों के लिए खतरे की घंटी: बाघ की संदिग्ध मौत, जांच जारी

राज्य