- Hindi News
- छत्तीसगढ़
- बिलासपुर में राशन घोटाला: कलेक्टर की मंजूरी के बाद होगी FIR, कांग्रेस करेगी जांच यहां बीजेपी.......
बिलासपुर में राशन घोटाला: कलेक्टर की मंजूरी के बाद होगी FIR, कांग्रेस करेगी जांच यहां बीजेपी.......
बिलासपुर: बिलासपुर में गरीबों के राशन में हेराफेरी का मामला सामने आने के बाद विभाग और राजनीतिक हल्को में हड़कंप मचा हुआ है, मामले में खाद्य विभाग ने 16 लोगों को नोटिस जारी किया है। इन पर पांच शासकीय उचित मूल्य दुकानों से चावल, शक्कर और नमक की कालाबाजारी कर कुल 54.28 लाख रुपये का राशन हजम करने का आरोप है। इस सूची में कांग्रेस के निष्कासित नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले अभय नारायण राय के बेटे अमितेश राय और पार्षद पति जुगल किशोर गोयल भी शामिल हैं। खाद्य नियंत्रक ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की बात कही है।
राष्ट्रीय जगत विजन से चर्चा के दौरान जिला खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया ने कहा "कलेक्टर के पास हमने एप्रुवल के लिए फाइल भेजी है। जैसे ही फाइल कलेक्टर के यहां से आएगी, हम तत्काल अपराध दर्ज कराएंगे।" इस बात स्पष्ट है कि है प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई के मूड में है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है
जांच में पता चला है कि वार्ड 42 में खैर माता खाद्य सुरक्षा पोषण सहकारी समिति का संचालन कर रहे अमितेश राय की दुकान में 23 सितंबर 2024 को भारी मात्रा में राशन कम मिला। इसमें 295.49 क्विंटल चावल, 2.60 क्विंटल शक्कर और 3.35 क्विंटल नमक शामिल था। दुकान निलंबित होने के बाद हस्तांतरण के दौरान भी 285.48 क्विंटल चावल कम मिला, जिसकी कीमत 1 लाख 98 हजार 20 रुपये है। अमितेश के साथ ही सचिव रामकुमार कश्यप को भी नोटिस जारी किया गया है।
इसी तरह, टिकरापारा स्थित जय मातादी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार में 9 मार्च 2022 को जांच में 191.40 क्विंटल चावल और 0.62 क्विंटल शक्कर कम पाया गया, जिसकी कीमत 8 लाख 5 हजार 939 रुपये है। नेहरू नगर की मां अन्नपूर्णा शासकीय उचित मूल्य दुकान में 7 लाख 66 हजार 288 रुपये का राशन कम मिला। वार्ड 39 की मां भवानी राशन दुकान में 13 लाख 68 हजार 863 रुपये का और वार्ड 47 की महिला शक्ति राशन दुकान में 5 लाख 12 हजार 331 रुपये का राशन गायब मिला। वार्ड 48 में जोग माया खाद्य समिति द्वारा संचालित राशन दुकान में भी 8 लाख 37 हजार 624 रुपये का चावल, शक्कर और नमक कम पाया गया है।
जब राष्ट्रीय जगत विजन ने कांग्रेस प्रभारी सुबोध हरितवाल से इस मामले पर बात की, तो उन्होंने कहा, "हमें कार्यवाही के लिए नहीं, जांच के लिए कहा गया है और हम बहुत जल्द जांच समिति बनाएंगे।" यह बयान कांग्रेस की ओर से आंतरिक जांच के संकेत देता है, खासकर तब जब एनएसयूआई नेता अमितेश राय पर घोटाले का आरोप है।
फिलहाल, सभी की निगाहें कलेक्टर की मंजूरी और उसके बाद होने वाली एफआईआर पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इन राशन घोटालेबाजों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होती है, या मामला केवल पैसों की रिकवरी तक सीमित रहता है। क्योंकि मामले में शहर के एक बड़े भाजपा नेता की एंट्री हो गई है जो इस मामले में कांग्रेस नेता को संरक्षण दे रहे हैं।
