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भ्रष्टाचार का शिवघाट बैराज, ठेकेदार के सुनील अग्रवाल के कर्मचारियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से की हुज्जतबाजी, गाली गलौज और पकड़े कालर आ हुई हाथा पाई के नौबत

भ्रष्टाचार का शिवघाट बैराज, ठेकेदार के सुनील अग्रवाल के कर्मचारियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से की हुज्जतबाजी, गाली गलौज और पकड़े कालर आ हुई हाथा पाई के नौबत बिलासपुर : शिवघाट में बन रहे बैराज का निरीक्षण करने गए सिंचाई विभाग के इंजीनियरों पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने जमकर हुज्जतबाज और गाली गलौच किया। […]

भ्रष्टाचार का शिवघाट बैराज, ठेकेदार के सुनील अग्रवाल के कर्मचारियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से की हुज्जतबाजी, गाली गलौज और पकड़े कालर आ हुई हाथा पाई के नौबत
बिलासपुर : शिवघाट में बन रहे बैराज का निरीक्षण करने गए सिंचाई विभाग के इंजीनियरों पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने जमकर हुज्जतबाज और गाली गलौच किया। कर्मचारियों के इस व्यवहार से सिंचाई विभाग के अधिकारी दहशत में है। बताया जा रहा है की ठेकेदार सुनील अग्रवाल और उनके कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी मुख्य अभियंता अजय सोमवार प्रश्रय दे रहे है।
अरपा नदी के शिवघाट में बन रहे बैराज में ठेकेदार की मनमानी चल रही है। भ्रष्टाचारी मुख्य अभियंता अजय सोमवार के शह में ठेकेदार सुनील अग्रवाल और उनके कर्मचारी सिंचाई विभाग के छोटे अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार गाली गलौज करने से भी पीछे नहीं हट रहे है। अभी गुरुवार को राष्ट्रीय जगत विजन में बराज निर्माण को लेकर खबर प्रकाशित किया था। इस खबर में बताया गया था की ठेकेदार के कर्मचारी दलदली में फ्लोर निर्माण के लिए ढलाई कर रहे है।

ढलाई के लिए जो मिक्सचर बनाया गया है उसमे गुणवत्ता की भारी कमी है। मसाला में नाममात्र का सीमेंट डाला गया है। जिस हिसाब से फ्लोर निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है उस हिसाब से पहली बारिश में ही उसके बह जाने की संभावना है। खबर में यह भी बताया गया था की ढलाई के समय सिंचाई विभाग का एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था। पूरा काम ठेकेदार के कर्मचारी अपने हिसाब से और अपने अनुभव से कर रहे है। इस खबर के वायरल होते ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद सिंचाई विभाग के दो अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे तो ठेकेदार के कर्मचारियों से उनका विवाद हो गया। ठेकेदार के कर्मचारियों ने अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की, देख लेने की धमकी भी दी। यही नहीं अधिकारियों को अश्लील गालियां भी देते रहे। ठेकेदार के कर्मचारियों के इस व्यवहार से अधिकारी सकते में आ गए और वहां से दुम दबाकर भाग निकले। अब सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जान का खतरा होने का भय सता रहा है। ठेकेदार के कर्मचारियों और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के बीच हो रही हुज्कातबाजी की किसी ने वीडियो बना लिया है और इसे वायरल भी कर दिया है।

शहर से वाकिंग डिस्टेंस की दूरी में हो रहे निर्माण कार्य में इतना घोर लापरवाही समझ से परे है।
कहीं न कहीं विभाग के अधिकारी ठेकेदार को बैराज की दुर्गति करने की खुली छूट दे रखे है। इसका खामियाजा आगे चलकर शहर के लोगों को भुगतना पड़ सकता है। इसी तरह ठेकेदार द्वारा बराज के नीचे बन रहे फ्लोर निर्माण में भी लापरवाही बरती जा रहे है। Democrecy.in में खबर प्रकाशित होने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने के लिए गए थे लेकिन वो ठेकेदार को ढलाई तोड़कर दुबारा बनाने के लिए कहने की हिम्मत नहीं कर पाए। यही नहीं स्लैब निर्माण में सरिया लगाने का भी काम देखा लेकिन वो ज्वाइंट सरिया के उपयोग पर भी आपत्ति नहीं की। मतलब साफ है सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेकेदार सुनील अग्रवाल को भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे दी है । राष्ट्रीय जगत विजन ने पिछले समाचार में लिखा था की इस भ्रष्टाचार को प्रश्रय देते खारंग डिविजन से हटाकर मुख्य अभियंता अजय सोमवार के द्वारा इसे कोटा डिविजन में ट्रांसफर कर दिया है