जेल की हाई सिक्योरिटी में अमिताभ ठाकुर के पेन और पेपर ने बढ़ाई अधिकारियों की बेचैनी, जाने क्या है मामला....

देवरिया। प्‍लॉट की खरीद-बिक्री में जालसाजी के मामले में रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर को जिला कारागार के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। लखनऊ पुलिस ने उन्हें बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया।

जेल में लेखक का रूप
अमिताभ ठाकुर अपने साथ ए-फॉर्म साइज के 50-60 सादे पेज लेकर जेल पहुंचे हैं। अधिकारी बताते हैं कि जब भी उन्हें समय मिलता है, वह लेखन में जुट जाते हैं। उन्होंने अब तक क्या लिखना शुरू किया है, यह किसी को स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके इस लेखन ने जेल अधिकारियों के बीच बेचैनी और हलचल पैदा कर दी है।

अधिकारियों की चिंता
जेल अधिकारियों का कहना है कि अमिताभ ठाकुर की लगातार लेखन गतिविधि इसलिए भी चिंता का कारण बनी है क्योंकि हो सकता है कि वह जेल की कमियों और प्रशासनिक खामियों को विस्तार से नोट कर शासन तक शिकायत भेज दें। इसके अलावा, उन्होंने पहले भी पुलिस पर दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं, जिससे अधिकारियों की सतर्कता और बढ़ गई है।

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कदम-कदम पर निगाह
जेल प्रशासन ने अमिताभ ठाकुर की गतिविधियों पर नजर रखी हुई है। अधिकारी अब हर कदम पर उनकी सुरक्षा और लेखन गतिविधि की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि जेल की व्यवस्था प्रभावित न हो।

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