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सुनील गावस्कर का तगड़ा तंज: 'वर्कलोड' सिर्फ मानसिकता, सिराज खेल सकता है तो बुमराह क्यों नहीं?
सुनील गावस्कर का तगड़ा तंज: 'वर्कलोड' सिर्फ मानसिकता, सिराज खेल सकता है तो बुमराह क्यों नहीं?
सुनील गावस्कर ने वर्कलोड मैनेजमेंट को बताया बहाना, बुमराह और गंभीर पर साधा निशाना। बोले- 'भारतीय क्रिकेट से वर्कलोड शब्द हटा देना चाहिए'।
नई दिल्ली: भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के अंतिम मुकाबले में टीम इंडिया ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 6 रन से रोमांचक जीत दर्ज की। हालांकि सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई, लेकिन इस बीच पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का एक बयान चर्चा में आ गया है। उन्होंने "वर्कलोड मैनेजमेंट" के नाम पर जसप्रीत बुमराह को सीमित मैचों में खिलाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'वर्कलोड' शब्द को भारतीय क्रिकेट की डिक्शनरी से हटा देना चाहिए।
पूर्व खिलाड़ी ने सिराज का दिया उदाहरण
सुनील गावस्कर ने बताया, हमेशा कहावत रही है कि गेंदबाज आपको मैच जिताते हैं लेकिन आपको रन बनाने की भी जरूरत है. टीम इंडिया ने रन नहीं बनाए और इसी वजह से वो दो मैच हार गए. मोहम्मद सिराज ने लगातार गेंदबाजी की और वर्कलोड के बिजनेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया. मैं उम्मीद करता हूं कि इंडियन क्रिकेट की डिक्शनरी से ‘वर्कलोड’ शब्द को निकाल फेंकना चाहिए और ये मैं काफी समय से कह रहा हूं. सिराज ने सभी पांच टेस्ट मैच में बिना रुके 6 ओवर, 7 ओवर और 8 ओवर का स्पेल फेंका क्योंकि कप्तान चाहते थे और देश को भी उनसे यही उम्मीद थी.
सुनील गावस्कर ने आगे कहा, हमें एक चीज हमेशा दिमाग में रखनी चाहिए कि वर्कलोड सिर्फ मानसिकता है और ये कोई फिजिकल चीज नहीं है. क्या बॉर्डर पर खड़े भारतीय जवान ठंड की शिकायत करते हैं. 140 करोड़ के देश में आपको टीम इंडिया से खेलने का मौका मिला है और इसको आपको ऐसे ही जाने देना नहीं चाहिए.
सुनील गावस्कर ने क्यों कही ये बात
सुनील गावस्कर ने ये बात इसलिए बोली है क्योंकि टेस्ट सीरीज के शुरू होने से पहले गौतम गंभीर और अजीत अगरकर ने इस बात की पुष्टि कर दी थी कि वर्कलोड की वजह से जसप्रीत बुमराह सिर्फ तीन ही मैच में हिस्सा लेंगे. उन्होंने भी इस सीरीज में सिर्फ तीन ही मैच खेले. उन्होंने पहले, तीसरे और चौथे टेस्ट में हिस्सा लिया. ये बात सुनील गावस्कर को बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी. टीम मैनेजमेंट ने बुमराह को लेकर ये फैसला इसलिए लिया था क्योंकि उनके घुटने में थोड़ी परेशानी थी. वहीं सुनील गावस्कर ने मोहम्मद सिराज का उदाहरण देकर कहा कि उन्होंने सभी पांच टेस्ट मैच में गेंदबाजी की और लंबे-लंबे स्पेल फेके.
बराबरी पर खत्म हुई टेस्ट सीरीज
इन दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड ने जीता था जबकि दूसरे टेस्ट को टीम इंडिया ने अपने नाम किया. तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की. दोनों टीमों के बीच चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा जबकि पांचवा और आखिरी मुकाबला भारत ने अपने नाम किया. इस मैच को जीतने के लिए इंग्लैंड को 374 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम 367 रन ही बना पाई. मोहम्मद सिराज की बात की जाए तो उन्होंने आखिरी मैच में कुल 9 विकेट झटके और टीम इंडिया को जीत दिलाई. यही नहीं वो इस टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने पांच टेस्ट में 23 विकेट झटके. टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई.
