सरकार को बड़ा झटका: देशभर में 3,500 से अधिक फर्जी कंपनियों का खुलासा, GST में 15,851 करोड़ रुपये का घोटाला

सरकार को बड़ा झटका: देशभर में 3,500 से अधिक फर्जी कंपनियों का खुलासा, GST में 15,851 करोड़ रुपये का घोटाला

देशभर में 3,500 से अधिक फर्जी कंपनियों ने जीएसटी में 15,851 करोड़ रुपये का घोटाला किया। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बड़ा खुलासा, सरकार को बड़ा झटका। अधिकारियों ने 53 गिरफ्तारियां कीं, जांच जारी।

नई दिल्ली। देशभर में बड़े पैमाने पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) प्रणाली में फर्जीवाड़े का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में की गई जांच के दौरान 3,558 फर्जी कंपनियों के जरिए 15,851 करोड़ रुपये से ज्यादा के इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 29% अधिक है, जिससे इस घोटाले की गंभीरता और बढ़ जाती है।

इन फर्जी कंपनियों ने बिना किसी वास्तविक लेन-देन के फर्जी बिल तैयार कर ITC के माध्यम से टैक्स रिफंड का दावा किया। जीएसटी नियमों के तहत कंपनियों को कच्चे माल की खरीद पर दिए गए टैक्स पर ITC लेने की सुविधा मिलती है, लेकिन फर्जी कंपनियों ने इसी व्यवस्था का दुरुपयोग कर सरकार को भारी चूना लगाया।

जीएसटी अधिकारियों ने इस मामले में अब तक 53 लोगों को गिरफ्तार किया है और 659 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। हालांकि, यह राशि कुल नुकसान की तुलना में काफी कम है। पिछले पूरे वित्त वर्ष में 25,000 से अधिक फर्जी कंपनियों के जरिए 61,545 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था, जिससे यह समस्या की गंभीरता का अंदाजा लगता है।

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अधिकारियों का कहना है कि फर्जी कंपनियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। सरकार ने इस पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी इस दिशा में काफी काम बाकी है। जीएसटी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, जैसे कि मई-जून 2023 में शुरू किया गया अभियान, जिसमें 16 राज्यों में 30,000 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ था।

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विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी प्रणाली में तकनीकी सुधार, सख्त निगरानी, और डेटा एनालिटिक्स के उपयोग से इस तरह के फर्जीवाड़े पर लगाम लगाई जा सकती है। सरकार ने डिजिटल ट्रैकिंग और आधार-पैन आधारित सत्यापन को और मजबूत करने की योजना बनाई है ताकि भविष्य में ऐसे घोटालों को रोका जा सके।

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