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लक्जरी कारों के पीछे छुपा फर्जीवाड़ा: SBI पुणे शाखा में करोड़ों की धोखाधड़ी का पर्दाफाश
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वाहन लोन से जुड़ी एक बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुणे में 12 आवासों और कार्यालयों पर छापेमारी कर कई लक्जरी कारें जब्त की हैं। साथ ही कुछ अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। ईडी की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे बैंक से कार लोन लिया और इसके माध्यम से बैंक को चकमा दिया। जांच के दौरान SBI के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमर कुलकर्णी के घर पर भी रेड पड़ी, जिससे मामला और गंभीर हो गया। ईडी ने कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी कानून (PMLA) के तहत की है और आरोपियों की संपत्तियों की तलाशी ली जा रही है।
ईडी ने जब्त की करोड़ों की लक्जरी कारें, SBI कार लोन घोटाले का खुलासा
ईडी की छापेमारी के दौरान पुणे में बैंक से लोन लेने वाली अचल संपत्तियों और दस्तावेजों की भी जांच की गई। इस दौरान कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए और आरोपी प्रबंधक के आवास और कार्यालयों से करोड़ों की महंगी कारें जब्त की गईं। इनमें ऑडी, मर्सिडीज, लैंड रोवर और वोल्वो जैसी लक्जरी कारें शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 2017 से 2019 के बीच का है। पुणे के यूनिवर्सिटी रोड स्थित SBI शाखा के प्रबंधक अजय कुलकर्णी पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है। जांच में सामने आया कि अजय ने ऑटो लोन काउंसलर आदित्य सेठिया के साथ मिलकर बैंक धोखाधड़ी की पूरी योजना बनाई। अजय कुलकर्णी ने दस्तावेजों की जांच किए बिना ही लोन पास कर दिया और सभी जमा किए गए दस्तावेज फर्जी पाए गए। बैंक से मिले इन लोन पैसों का इस्तेमाल करके BMW, मर्सिडीज, लैंड रोवर और वोल्वो जैसी महंगी कारें खरीदी गईं, जिससे करोड़ों का घोटाला हुआ।
