- Hindi News
- राज्य
- लैंड डील केस में ED का ऐक्शन, रॉबर्ट वाड्रा की 43 संपत्तियां जब्त और चार्जशीट भी दाखिल
लैंड डील केस में ED का ऐक्शन, रॉबर्ट वाड्रा की 43 संपत्तियां जब्त और चार्जशीट भी दाखिल
लैंड डील केस में ED का ऐक्शन, रॉबर्ट वाड्रा की 43 संपत्तियां जब्त और चार्जशीट भी दाखिल
ED ने शिकोहपुर लैंड डील केस में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और 36 करोड़ रुपये की 43 संपत्तियां जब्त कीं। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच जारी है।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसके अलावा ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा की 43 संपत्तियों को भी जब्त कर लिया है, जिनकी कीमत 36 करोड़ रुपये के करीब बताई जा रही है। शिकोहपुर लैंड डील केस में ही यह कार्रवाई की गई है। ईडी ने शिकोहपुर लैंड डील केस में ही चार्जशीट फाइल की है। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है और उसकी जांच के लिए ही ईडी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा के अलावा कुछ और लोगों एवं कंपनियों के भी नाम शामिल हैं। यह मामला गुरुग्राम के शेखोपुर में हुई लैंड डील का है, जिसमें डीएलएफ को जमीन ट्रांसफर की गई थी।
यह पूरा मामला हरियाणा के मानेसर-शिकोहपुर की लैंड डील का है, जहां फिलहाल अब गुरुग्राम का सेक्टर-83 बस चुका है। यह लैंड डील 2008 में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हुई थी। इस कंपनी के रॉबर्ट पहले डायरेक्टर हुआ करते थे। 3.5 एकड़ की भूमि ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से महज 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी। तब कांग्रेस की सरकार थी और भूपिंदर सिंह हुड्डा सीएम हुआ करते थे। इसी जमीन को सितंबर 2012 में कंपनी ने डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेचा था। दरअसल यह मामला तब चर्चा में आया, जब 2012 में आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने इस लैंड डील की म्यूटेशन यानी दाखिल खारिज ही रद्द कर दी।
प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा से 14 जुलाई को भी 5 घंटे तक पूछताछ की थी। यह पूछताछ ईडी ने लंदन स्थित आर्म्स कंसल्टेंट संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में की थी। वह सुबह 11 बजे करीब ईडी के दफ्तर पहुंचे थे और 4 बजे के बाद वहां से निकले। रॉबर्ट वाड्रा के साथ प्रियंकां गांधी भी ईडी ऑफिस तक गई थीं। उनका बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत दर्ज किया गया था। ईडी का कहना था कि उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है क्योंकि कई मामलों में रॉबर्ट वाड्रा ने खुलकर जवाब नहीं दिया। ईडी का कहना था कि संजय भंडारी और उसके परिवार के लोगों से रिश्तों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
रॉबर्ट वाड्रा को इससे पहले जून में भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लेकिन उन्होंने बीमार होने की बात कहते हुए समन को स्थगित करने की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने स्थानीय अदालत की मंजूरी से विदेश जाने की बात भी कही थी। बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ तीन अलग-अलग केसों में ईडी की ओर से जांच चल रही है। इनमें से दो केस जमीन सौदे में वित्तीय अनियमितता के हैं। बता दें कि हरियाणा के शेखोपुर वाली लैंड डील के केस में एजेंसी ने वाड्रा से अप्रैल में लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की थी। इसी केस में अब ईडी की ओर से चार्जशीट दाखिल की गई है।
