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सिस्टम फेल: केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ट्रेन से हुए लापता, 162 KM दूर दूसरी ट्रेन में मिले घायल - सुरक्षा पर गंभीर सवाल

जबलपुर: देश के सिस्टम और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करने वाला एक बेहद हैरान करने वाला मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर रेल मंडल से सामने आया है। भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव एक ट्रेन से रहस्यमय ढंग से लापता हो गए और लगभग 162 किलोमीटर दूर एक दूसरी ट्रेन में घायल अवस्था में मिले। इस घटना ने हर किसी को चौंका दिया है।
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव दिल्ली से गोंडवाना एक्सप्रेस में सवार होकर जबलपुर आ रहे थे। शनिवार रात हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से रवाना हुई ट्रेन में उन्हें आखिरी बार देखा गया था, लेकिन रविवार सुबह दमोह स्टेशन पर उनकी बर्थ खाली मिली, जिससे हड़कंप मच गया।
खबरों में बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री दमोह स्टेशन पर तड़के करीब 3 बजकर 45 मिनट पर उतरे थे। इस दौरान उनका शुगर लेवल कम हो गया। जब तक वे संभल पाते, ट्रेन चलने लगी। ट्रेन में दोबारा चढ़ते समय उनका पैर फिसल गया और वे गिरकर घायल हो गए। इसी बीच, दूसरे प्लेटफॉर्म पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आ गई और मंत्री उसमें सवार हो गए।
इधर, मंत्री का स्टाफ उन्हें गोंडवाना एक्सप्रेस में ढूंढता रहा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। यहां तक कि पीए ने पहले हरदुआ से लापता होने की बात कही, जबकि वहां ट्रेन रुकती ही नहीं है। लगभग तीन घंटे तक ट्रेन ट्रैक पर उनकी तलाश की गई। आखिरकार, मंत्री जी सिहोरा स्टेशन पर लगभग 162 किलोमीटर दूर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के बी-3 कोच की 57वीं बर्थ पर घायल अवस्था में मिले। उन्हें सिहोरा में प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर लाया गया।
सवाल यह उठता है कि भारत जैसे विशाल गणराज्य के केंद्रीय मंत्री, जो कि कड़ी सुरक्षा घेरे में होते हैं, वे कैसे ट्रेन से उतरे, घायल हुए, दूसरी ट्रेन में सवार हुए और 162 किलोमीटर की यात्रा कर ली और उनके सुरक्षाकर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी? यह घटना जहां सिस्टम की खामियों को उजागर करती है, वहीं आम लोगों की सुरक्षा पर भी गंभीर चिंताएं बढ़ाती है। जिम्मेदार अधिकारी इस पूरे घटनाक्रम पर लीपापोती में जुटे
हैं।