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जांच में भारी लापरवाही और अधिकारियों की आदेशों का अवहेलना पूर्व थाना प्रभारी जे पी गुप्ता सरकंडा को पडा भारी पुलिस कप्तान ने किया गया निलंबित

बिलासपुर: देर रात सरकंडा थाने पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने थाने के कामकाज का निरीक्षण कर पूर्व में पदस्थ थाना प्रभारी जे पी गुप्ता व एक सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। वही सीपत थाने के थानेदार को हटाया गया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह बीती रात सरकंडा थाना […]

बिलासपुर: देर रात सरकंडा थाने पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने थाने के कामकाज का निरीक्षण कर पूर्व में पदस्थ थाना प्रभारी जे पी गुप्ता व एक सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। वही सीपत थाने के थानेदार को हटाया गया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह बीती रात सरकंडा थाना निरीक्षण में पहुंचे हुए थे। देर रात थाना पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने थाना के कामकाज का परीक्षण किया और केस डायरी का भी अवलोकन किया। एसपी रजनेश सिंह 2 घंटे से अधिक तक थाने में बैठे थे और थाने के कामकाज के अलावा केस डायरियां पढ़ते रहे। इस दौरान विवेचना मे भारी लापरवाही व उच्च अधिकारियों के द्वारा दिए गए जांच आदेश व दिशा निर्देशों व टीप का उल्लंघन पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने सरकंडा थाना में पूर्व में पदस्थ रहे थाना प्रभारी जेपी गुप्ता व सब इंस्पेक्टर रमेश साहू को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही आज एक आदेश निकाल कर सीपत थाने में पदस्थ थाना प्रभारी रमेश कुमार चौहान को लाइन की रवानगी दे दिया है । साथ ही लाइन में पदस्थ कृष्ण चंद्र सिदार को थाना प्रभारी सीपत बनाकर भेज दिया गया है।

ज्ञातव्य है कि पूर्व में सरकंडा थाना में जेपी गुप्ता थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ थे। उनका तबादला अन्यत्र नारायणपुर जिला किए जाने के बाद उन्होंने हाई कोर्ट से स्टे ले लिया था। थाने से रिलीव होने के बाद इस वक्त वह पुलिस लाइन में पदस्थ हैं। मिली जानकारी के अनुसार पिछले माह सरकंडा थाना क्षेत्र में हुए पंकज उपाध्याय की जघन्य हत्याकांड की डायरी का अवलोकन पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने किया। गंभीर अपराधों की विवेचना थाना प्रभारी द्वारा स्वयं करने के उच्च अधिकारियों के निर्देशों का पालन इस केस में नहीं हुआ है। सब इंस्पेक्टर से मामले की विवेचना करवाई जा रही थी। साथ ही इस बात की जानकारी भी सामने आई कि उक्त हत्याकांड में शामिल आरोपियों के द्वारा पूर्व में भी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया गया था। पुराने दर्ज आपराधिक मामलों में विवेचना सही ढंग से नहीं की गई थी। जिसके चलते आरोपियों को पुराने मामले में तत्काल जमानत मिल गई और उनके बुलंद हौसलों ने एक बार फिर हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
बता दे कि हत्याकांड का सीसीटीवी भी वायरल हुआ था जिसमें मृतक पंकज उपाध्याय को बेरहमी से मारा गया था। साथ ही उसका मित्र भी मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया था। मृतक पंकज उपाध्याय के पिता ने गृह मंत्री विजय शर्मा से आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने की मांग की थी। इसके बाद कलेक्टर अवनीश शरण और निगम आयुक्त अमित कुमार ने आरोपियों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर शमशान की भूमि में आरोपियों के द्वारा बनाए गए आलीशान भवन व दुकानों की जांच करवा कर उस पर बुलडोजर चलवा दिए थे।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह को कई खामियां भी अन्य प्रकरणों की विवेचना के दौरान नजर आई है और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना भी परिलक्षित हुई। जिसके चलते उन्होंने पुलिस लाइन बिलासपुर में पदस्थ निरीक्षक जेपी गुप्ता थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर रमेश साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक को थाने में केस डायरियों के अवलोकन करने पर से हत्या जैसे गंभीर अपराध में थाना प्रभारी द्वारा खुद से विवेचना नही करना, प्रकरणों की जांच में लापरवाही बरतना, पंकज उपाध्याय हत्याकांड के आरोपियों के पूर्व अपराधिक मामलों में सही ढंग से जांच नहीं करने के कारण जमानत मिलना, उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करना जैसे अनुशासनहीनता पाया गया है। जिसके चलते निरीक्षक जेपी गुप्ता और उप निरीक्षक रमेश साहू को निलंबित किया गया है।