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मानसून में डैंड्रफ की परेशानी क्यों बढ़ती है, कैसे करें बचाव, एक्सपर्ट से जानें
Hair care in rainy season: मानसून का मौसम शुरू होते ही ठंडी हवाएं, हल्की बारिश और मिट्टी की खूशबू हर किसी का मन मोह लेती है. लेकिन इसी सुहाने मौसम में कुछ ऐसी परेशानियां भी चुपचाप हमारे आसपास बढ़ने लगती हैं जिनका हमें अंदाज़ा तक नहीं होता. स्किन एलर्जी, बालों का झड़ना, सिरदर्द जैसी दिक्कतों के साथ एक और आम लेकिन बेहद परेशान करने वाली समस्या है डैंड्रफ यानी रूसी.
आपने भी गौर किया होगा कि मानसून में सिर में बार-बार खुजली होने लगती है, बालों में सफेद पपड़ी जैसे कण नजर आने लगते हैं और जब कंघी करते हैं तो बालों की जड़ों से सफेद बारीक टुकड़े झड़ते हैं. बहुत से लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, मान लेते हैं कि यह तो आम बात है. लेकिन क्या आपको पता है कि ये डैंड्रफ धीरे-धीरे स्कैल्प इंफेक्शन और हेयर फॉल का कारण बन सकता है?
दरअसल, मानसून में हवा में नमी (humidity) बहुत बढ़ जाती है. यह नमी हमारे स्कैल्प को भी प्रभावित करती है. जब स्कैल्प ज़्यादा देर तक गीला रहता है या ठीक से साफ नहीं होता, तो उस पर फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. खासतौर पर जब आप बारिश में भीग जाते हैं और बाल सुखाए बिना ही ऑफिस या घर के कामों में लग जाते हैं तो यही नमी धीरे-धीरे डैंड्रफ में बदल जाती है.
मानसून में क्यों होता है डैंड्रफ
डॉ बताती हैं किकई लोग बारिश के दिनों में हफ्तों तक तेल नहीं लगाते, शैंपू नहीं करते या बाल धोते वक्त जल्दीबाज़ी करते हैं. इस लापरवाही की वजह से स्कैल्प पर मौजूद मेलासेज़िया नाम की यीस्ट फंगस एक्टिव हो जाती है. यह फंगस पहले से ही स्कैल्प पर होती है लेकिन नमी और गंदगी इसकी ग्रोथ को बढ़ा देती है. शुरू में केवल हल्की खुजली होती है, फिर सफेद परत जमने लगती है और बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं.
बालों की साफ-सफाई कैसे करें
- अब बात आती है कि इस समस्या से कैसे बचा जाए. तो चलिए अब बताते हैं वो असरदार उपाय, जो आपके बालों को मानसून में डैंड्रफ से बचा सकते हैं.
- सप्ताह में कम से कम दो से तीन बार माइल्ड एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें. बारिश में भीगने के बाद बालों को तुरंत धो लें और अच्छे से सुखाएं. गीले बालों को बांधने की आदत छोड़ दें, वरना फंगस को बढ़ने का मौका मिल जाता है.
- टी ट्री ऑयल, नीम का तेल या नारियल तेल में कपूर मिलाकर स्कैल्प पर मालिश करें. इससे फंगल ग्रोथ कम होती है. इसके साथ ही, हफ्ते में एक बार नींबू का रस या दही और बेसन से बना हेयर पैक भी फायदा कर सकता है. ये स्कैल्प को साफ और ठंडक पहुंचाने में मदद करते हैं.
- बालों को नैचुरल तरीके से सुखाना बहुत जरूरी है. हेयर ड्रायर से बाल सुखाने की बजाय टॉवेल से हल्के हाथों से सुखाएं और खुले में हवा लगने दें. ज्यादा गर्म हवा से स्कैल्प सूखता है और डैंड्रफ बढ़ता है.
- खानपान में भी सुधार करें. हरी सब्जियां, विटामिन B वाला खाना खाएं, खूब सारा पानी पीना स्कैल्प को हेल्दी बनाए रखता है. मानसून में तला-भुना, जंक फूड और मीठा कम खाएं क्योंकि ये स्किन और बालों की सेहत पर असर डालते हैं.
- अगर डैंड्रफ की समस्या लगातार बनी रहती है, खुजली और जलन बढ़ती है तो बिना देरी किए डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलें. यह संकेत हो सकता है कि कोई और बड़ी स्कैल्प प्रॉब्लम शुरू हो रही है, जिसे वक्त रहते कंट्रोल करना जरूरी है.
मानसून में डैंड्रफ की समस्या आम जरूर है, लेकिन इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए. थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल से आप अपने बालों को डैंड्रफ से बचाकर चमकदार और मजबूत बनाए रख सकते हैं. अब जब आपको इसका सही कारण और समाधान दोनों पता चल गए हैं, तो अगली बारिश में अपने बालों की हेल्थ को नजरअंदाज न करें.
