बिलासपुर में निगम की बुलडोजर कार्रवाई पर हंगामा: मेयर पूजा विधानी ने अफसरों को लगाई फटकार, सिंधी समाज के व्यापारियों को टारगेट करने का आरोप

बिलासपुर / नगर निगम बिलासपुर की बुलडोजर कार्रवाई को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया। ज्वाली नाला रोड पर हुई इस कार्रवाई से नाराज़ सिंधी समाज के व्यापारी जब शिकायत लेकर मेयर पूजा विधानी के दफ्तर पहुंचे, तब मामला और गरमा गया। मेयर विधानी ने निगम अधिकारियों पर समाज विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए अफसरों को जमकर फटकार लगाई।

व्यापारियों की शिकायत थी कि चार साल पहले से नक्शा पास कराने के लिए आवेदन दिया गया है, लेकिन आज तक कोई निराकरण नहीं हुआ। वहीं दूसरी ओर, निगम ने अचानक बिना पर्याप्त सूचना दिए उनके निर्माण पर बुलडोजर चला दिया। व्यापारियों का आरोप था कि आसपास कई दुकानें बचा ली गईं, लेकिन केवल सिंधी समाज के व्यापारियों पर कार्रवाई की गई।

शिकायत सुनने के बाद मेयर ने तत्काल निगम आयुक्त अमित कुमार और अन्य अधिकारियों को फोन किया, लेकिन किसी ने उनका कॉल रिसीव नहीं किया। इससे नाराज़ मेयर ने भवन शाखा प्रभारी सुरेश शर्मा को अपने चेंबर में बुलाकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, मैं सिंधी समाज से हूं, इसलिए उनके व्यापारियों को टारगेट किया जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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मेयर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर निगम अफसरशाही चला रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब निर्माण हो रहा था तब निगम के अधिकारी कहां थे, और उस वक़्त नोटिस क्यों नहीं दिया गया? आप लोग क्या सिंधी समाज को पागल समझते हैं? मेयर की यह टिप्पणी उनके गुस्से को दर्शाती थी।

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वहीं, भवन शाखा प्रभारी सुरेश शर्मा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अवैध निर्माण को लेकर पहले ही नोटिस दिया गया था, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया। निर्माण बिना नक्शा पास कराए किया गया था, इसलिए कार्रवाई की गई, 

मौके पर मौजूद मेयर के पति अशोक विधानी ने भी निगम की कार्रवाई पर आपत्ति जताई और कहा कि तीन साल पहले ही नक्शा पास हो चुका था। हमारी खुद की जमीन पर निर्माण किया गया था। निगम ने हमें अपना सामान तक हटाने का मौका नहीं दिया। कुछ व्यापारियों ने 30 से 40 लाख रुपये के नुकसान का दावा भी किया।

गौरतलब है कि निगम ने दो दिन पहले ज्वाली नाला रोड पर आधा दर्जन व्यापारियों की दुकानें, मकान और शेड तोड़ दिए थे। इस कार्रवाई को लेकर अब निगम की कार्यप्रणाली और नीयत दोनों पर सवाल उठने लगे हैं।

मेयर विधानी ने अफसरों को दो टूक चेतावनी दी है कि आगे से कोई भी कार्रवाई जनप्रतिनिधियों को जानकारी दिए बिना नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई में मानवीय संवेदनाओं का ध्यान रखने की अपील भी की।

 

 

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