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दिल दहला देने वाली वारदात: जलती लड़की दरवाजे पर गिरी, बोली- भैया बचा लो, तीन अनजान लड़कों ने हाथ-पैर बांधकर जलाया, ओडिशा में दो दिन बाद भी पुलिस के खाली हाथ
दिल दहला देने वाली वारदात: जलती लड़की दरवाजे पर गिरी, बोली- भैया बचा लो, तीन अनजान लड़कों ने हाथ-पैर बांधकर जलाया, ओडिशा में दो दिन बाद भी पुलिस के खाली हाथ
ओडिशा के बालासोर में तीन अज्ञात युवकों ने एक लड़की को अगवा कर हाथ-पैर बांधकर जिंदा जलाया। पीड़िता ने बचाव के लिए दरवाजे पर गिरकर गुहार लगाई। दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
बालासोर (ओडिशा) | ओडिशा के बालासोर जिले में एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां तीन अज्ञात लड़कों ने एक युवती के हाथ-पैर बांधकर उसे आग के हवाले कर दिया। युवती दर्द से तड़पती हुई पड़ोस के घर के दरवाज़े पर गिरी और चीखते हुए बोली – "भैया... मुझे बचा लो!" यह घटना दो दिन पहले बालासोर के एक ग्रामीण इलाके में हुई, लेकिन अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
पड़ोसी ने बताया कि ‘मैं अपने घर में चाय पी रहा था। तभी एक लड़की भागते हुए घर की तरफ आई। वो जल रही थी। भागते-भागते वो दरवाजे पर आकर गिर गई। उसने पानी मांगा। बोली- भैया मुझे बचा लो। मुझे कुछ समझ नहीं आया कि क्या करूं। मैंने उस पर पानी डाला। उसके कपड़े जल गए थे। मेरी बीवी ने उसे घर में लिटाया और कपड़े दिए। उससे पूछा कि वो कहां रहती है। फिर उसके घरवालों को बुलाया।’ इसके बाद पहले उसे भुवनेश्वर एम्स में एडमिट किया गया। फिर 20 जुलाई को दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया। वो 70% जली हालत में है। अब तक तीनों आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है।
दुखिश्याम सेनापति जिस लड़की के बारे में बता रहे हैं, वो ओडिशा के बयाबर गांव में रहती है। ये गांव पुरी जिले में आता है। फैमिली के मुताबिक, लड़की की उम्र 15 साल है। 19 जुलाई को सुबह 9 बजे वो अपनी दोस्त के घर जा रही थी। रास्ते में तीन लड़कों ने उसे अगवा किया, हाथ-पैर बांधे, मुंह में कपड़ा ठूंसा और पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
दुखिश्याम आगे बताते हैं, 'हमने लड़की से पूछा था कि उसके साथ क्या हुआ है। उसने बताया कि वो दोस्त के यहां किताब देने जा रही थी। रास्ते में तीन लड़कों ने उसे जबरदस्ती बाइक पर बिठा लिया। वे दो बाइक से आए थे। फिर मुझे सुनसान एरिया में ले गए और आग लगा दी।' गांव के ही तरुण बताते हैं, ‘जहां लड़की को आग लगाई गई, वहां कोई नहीं जाता। किसी ने लड़कों को नहीं देखा। यहां जले कपड़ों के टुकड़े भी मिले हैं। आग लगने के बाद लड़की दौड़ते हुए निकली।'
खबर मिलने के बाद फोरेंसिक टीम आई थी। उसने यहां मार्किंग भी की है। पुलिस ने जली घास, बोतल जैसी कुछ चीजें सबूत के तौर पर ली हैं। पुरी पुलिस ने जांच के लिए SIT बना दी है। लड़की को आग लगाने वालों की मंशा के बारे में पता नहीं चला है। पुलिस डॉग स्क्वॉड की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
डॉक्टरों के मुताबिक, उसके शरीर का बड़ा हिस्सा जल चुका है। हालांकि होश में आने के बाद उसने जो कुछ बताया, वही फिलहाल जांच का एकमात्र आधार है। स्थानीय लोगों में पुलिस की धीमी कार्रवाई को लेकर गुस्सा और चिंता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
