कोरबा भाजपा में नई नियुक्ति पर बवाल: भाई पर ED की कार्रवाई जारी, खुद पर लगे गंभीर आरोप... फिर भी मिली कमान

कोरबा: भारतीय जनता पार्टी ने कोरबा जिले में संगठन का नया मुखिया चुन लिया है और यह जिम्मेदारी इस बार गोपाल मोदी को सौंपी गई है। यह नियुक्ति भाजपा के भीतर और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। कारण साफ है - जहां एक ओर साफ सुथरी छवि के माने जाने वाले मनोज शर्मा जैसे नेता थे, वहीं पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति पर भरोसा जताया है जिनके परिवार पर गंभीर आरोप हैं और कानून का शिकंजा कसता दिख रहा है।

 

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सूत्रों की मानें तो गोपाल मोदी के भाई दिनेश मोदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा एक बड़े जमीन घोटाले के मामले में कार्रवाई चल रही है। यह मामला अभी भी जांच के दायरे में है और लंबित है। ऐसे गंभीर आरोप लगने के बाद भी पार्टी ने परिवार के सदस्य को जिले की कमान सौंप दी, यह बात कई लोगों की समझ से परे है।
मामला सिर्फ भाई पर चल रही कार्रवाई तक सीमित नहीं है। कोरबा की ही रहने वाली अरुणिमा सिंह नाम की एक महिला ने तो सीधे तौर पर गोपाल मोदी पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। अरुणिमा सिंह का दावा है कि उनके पूरे परिवार को बर्बाद करने का श्रेय सीधे तौर पर गोपाल मोदी को ही जाता है। ये आरोप बेहद गंभीर हैं और इनकी गहन जांच आवश्यक है।
सवाल यह उठ रहा है कि क्या भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री किरण देव सिंह जी को इन तमाम तथ्यों की जानकारी नहीं थी? या फिर सब कुछ जानते-समझते हुए भी एक ऐसे व्यक्ति के हाथों में संगठन की बागडोर सौंप दी गई, जिनके परिवार के सदस्यों पर इतने गंभीर आरोप हैं और जो कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं?
हैरानी की बात तो यह भी है कि सूत्रों के मुताबिक, गोपाल मोदी के भाई दिनेश मोदी ग्वालियर जिला न्यायालय से जुड़े एक मामले में अभी भी कथित तौर पर फरार चल रहे हैं। बावजूद इसके, ग्वालियर पुलिस द्वारा इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई न होने की बात भी सामने आ रही है, जो कई संदेह पैदा करती है।
अब देखना यह होगा कि क्या भाजपा अपने 'चाल, चेहरा और चरित्र' की बात पर कायम रहती है? क्या बिना किसी जांच-पड़ताल के आनन-फानन में किए गए इस नियुक्ति पर पार्टी पुनर्विचार करेगी? क्या भाजपा इन गंभीर आरोपों की उच्च स्तरीय जांच करवाकर गोपाल मोदी को पद से हटाएगी? या फिर जनता को कुचलने वाले कथित जिलाध्यक्ष के भाई और उनके साथियों का बोलबाला यूं ही जारी रहेगा, और पार्टी इन सब पर मौन साधे रहेगी?
यह उस समय हो रहा है जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर 'गारंटी' देते हैं कि अपराधी, भ्रष्टाचारी कोई भी हो, वह सलाखों के पीछे होगा। कोरबा और पूरे छत्तीसगढ़ की जनता को आज भी यह भरोसा ही नहीं, बल्कि विश्वास है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होगा और इस नियुक्ति पर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा, जिससे जनता का विश्वास कायम रहे।

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