- Hindi News
- अपराध
- 2 महीने तक खाक छानती रही पुलिस? परिजनों का फूटा गुस्सा, SP ऑफिस घेरा तब दर्ज हुई हत्या की FIR
2 महीने तक खाक छानती रही पुलिस? परिजनों का फूटा गुस्सा, SP ऑफिस घेरा तब दर्ज हुई हत्या की FIR
बिलासपुर। बिलासपुर जिले में एक युवक की रहस्यमय मौत के दो माह बाद भी पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न होने से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया। आक्रोशित भीड़ ने सीधे एसपी ऑफिस का घेराव कर पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया। परिजनों का साफ आरोप है कि यह हत्या का मामला है और पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। इस बड़े विरोध प्रदर्शन और एसएसपी रजनेश सिंह के हस्तक्षेप के बाद ही जाकर पुलिस ने आखिरकार हत्या का मामला दर्ज किया है। यह गंभीर प्रकरण मस्तूरी थाना क्षेत्र से जुड़ा है।
होली के दिन खेत में मिला था खून से लथपथ शव
यह सनसनीखेज घटना करीब दो महीने पहले, 14 मार्च को होली के दिन सामने आई थी। ग्राम हिरी में 20 वर्षीय राहुल कुर्रे का शव गांव के बाहर एक खेत में संदिग्ध हालत में पड़ा मिला था। मृतक के शरीर पर गहरी चोटों के निशान थे जो चीख-चीख कर हत्या की कहानी कह रहे थे। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और हत्या की आशंका जताते हुए शीघ्र कार्रवाई की मांग की। उस समय पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन दो माह बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी रही; न कोई गिरफ्तारी हुई, न मामला दर्ज हुआ।
प्रेम प्रसंग में हत्या का सीधा आरोप
मृतक राहुल के परिजन दृढ़ता से आरोप लगा रहे हैं कि उनका बेटा गांव की एक युवती से प्रेम करता था और इसी प्रेम संबंध के चलते युवती के घरवालों ने मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। उनका यह भी आरोप है कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया गया। परिजनों का शक पुलिस पर भी है; उनका कहना है कि डॉग स्क्वायड जांच के लिए बुलाया गया था और डॉग संदेहियों के घर तक गया भी था, लेकिन स्थानीय थानेदार ने रहस्यमय तरीके से मामले को आगे नहीं बढ़ने दिया और इसे दबाने की कोशिश की।
टीआई पर पैसे लेकर मामला रफा-दफा करने का गंभीर आरोप
मृतक राहुल के पिता हरप्रसाद ने तो मस्तूरी थाना प्रभारी हरीश टांडेकर पर ही बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि टीआई ने जानबूझकर इस संवेदनशील मामले की जांच में लापरवाही बरती और इसे दबाने की पूरी कोशिश की। पिता का खुला आरोप है कि हत्या जैसे संगीन जुर्म को पैसे लेकर रफा-दफा करने की साजिश चल रही थी।
एसपी ऑफिस में मचा जबरदस्त हंगामा, पुलिस अफसरों को फटकारा
पुलिस की इस ढुलमुल और संदिग्ध कार्यशैली से तंग आकर बुधवार को परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर एसपी ऑफिस पहुंच गए। उन्होंने एसपी कार्यालय का पूरी तरह से घेराव कर दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और हंगामा किया। पुलिस अधिकारी उन्हें शांत कराने का प्रयास करते रहे, लेकिन गुस्से से भरे परिजन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने पुलिस अफसरों को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई और उनकी निष्क्रियता पर सवाल उठाए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और कड़ी कार्रवाई का पुख्ता आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
एसएसपी की सख्ती: टीआई को फटकार, तत्काल FIR के निर्देश
एसपी ऑफिस में हंगामे और मामले की गंभीरता की जानकारी जैसे ही एसएसपी रजनेश सिंह तक पहुंची, उन्होंने तत्काल मस्तूरी टीआई हरीश तांडेकर को फोन पर लिया। एसएसपी ने टीआई से पूछा कि आखिर दो माह तक हत्या जैसे मामले में FIR दर्ज क्यों नहीं की गई? उन्होंने टीआई को उनकी लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई और बिना किसी देरी के तत्काल प्रभाव से हत्या (धारा 302 IPC) का केस दर्ज करने, गहन जांच शुरू करने और सभी संदेहियों से सख्ती से पूछताछ करने के स्पष्ट और कड़े निर्देश दिए।
पुलिस का तर्क: पीएम रिपोर्ट का इंतजार था
इस पूरे विलंब पर पुलिस प्रवक्ता रश्मित कौर चावला ने कहा है कि पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के साथ ही अन्य फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी, जिसके कारण अपराध दर्ज करने में देरी हुई। उन्होंने बताया कि एसएसपी के निर्देश के बाद अब इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
