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अंबिकापुर में CM के दौरे के दौरान कांग्रेसियों का हंगामा, सड़कों के लिए राशि मांगने पर गिरफ्तारी
घड़ी चौक पर जमकर हुई नारेबाजी, पुलिस ने जिलाध्यक्ष समेत 20 से अधिक कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार; कांग्रेस ने लगाया वादाखिलाफी का आरोप।
अंबिकापुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अंबिकापुर प्रवास के दौरान बुधवार को शहर में सियासी गहमागहमी का माहौल रहा। घड़ी चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का घेराव करने की कोशिश की और जमकर नारेबाजी की। वे मुख्यमंत्री से मिलकर शहर की जर्जर सड़कों के लिए राशि जारी करने हेतु आवेदन देना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद जोरदार हंगामा हुआ। पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की समेत 20 से अधिक कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अंबिकापुर में अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जिला पंचायत पहुंचे थे। दोपहर करीब 2 बजे जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में कांग्रेसी राजीव भवन से मुख्यमंत्री को आवेदन देने के लिए निकले। हालांकि, पुलिस ने उन्हें कलेक्टोरेट चौक पर ही रोक दिया, जिससे कांग्रेसी भड़क गए।
नारेबाजी और गिरफ्तारी:
पुलिस द्वारा रोके जाने पर कांग्रेसियों ने कलेक्टोरेट चौक पर ही मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित 20 से अधिक कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए नेताओं और कार्यकर्ताओं को मणिपुर थाने ले जाया गया।
सीएम पर वादाखिलाफी का आरोप:
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर वादाखिलाफी का गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अंबिकापुर की जर्जर सड़कों के लिए 23 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक इस मद में कोई राशि स्वीकृत नहीं की गई है। उन्होंने आक्रोशित होकर कहा, "यही सुशासन है, कैसा सुराज है। हमें गोली मार दीजिए।" कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री के अंबिकापुर प्रवास का पहले ही विरोध करने की चेतावनी दी थी, जिसके मद्देनजर कांग्रेस कार्यालय के बाहर और घड़ी चौक पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। बालकृष्ण पाठक ने बताया कि जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने के लिए सुबह से ही समय मांगा जा रहा था, लेकिन इसके बजाय जिला कांग्रेस कार्यालय में पुलिस बल भेज दिया गया। उन्होंने यह भी चेताया कि एक महीने में बारिश आने वाली है और सड़कों की दुर्दशा और बढ़ जाएगी।
शाम 4 बजे के बाद रिहा हुए कांग्रेसी:
जिला पंचायत में मुख्यमंत्री की बैठक और प्रेसवार्ता समाप्त होने की सूचना मिलने के बाद गिरफ्तार किए गए कांग्रेसियों को मणिपुर थाने से मुचलके पर छोड़ दिया गया। गिरफ्तार किए गए अन्य नेताओं में भानू प्रताप सिंह, शैलेष सिंह, सतीश बारी सहित 20 से अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।
