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बोड़ला थाना प्रभारी की करतूत, बेकसूर को फंसाने के लिए मांगे 3 लाख, सदमे में भाई ने की आत्महत्या
बोड़ला। कवर्धा जिले के बोड़ला थाना प्रभारी राजेश चंट की कथित लापरवाही और मनमानी के चलते एक युवक को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने चोरी के एक मामले में बेकसूर युवक गोपाल यादव को फंसाकर उससे 3 लाख रुपए की मांग की थी। इससे परेशान होकर गोपाल के बड़े भाई माखन लाल यादव ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने शव को लेकर थाने के सामने प्रदर्शन किया, तब कहीं जाकर पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया और अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपए भी दिए। यह पूरा मामला उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा के गृहक्षेत्र का है।
ये है पूरा मामला
माखन लाल यादव के परिवार और ग्रामीणों का कहना है कि उनके छोटे भाई गोपाल यादव के पास कुछ लोग चोरी का सामान लेकर आए थे। गोपाल ने उस सामान के बारे में व्हाट्सएप ग्रुप में लोगों से पूछा कि यह सामान किसका है। पुलिस ने चोरों को पकड़ने के बजाय गोपाल को हिरासत में ले लिया और उससे 3 लाख रुपए की मांग करने लगे। पुलिस ने परिवार पर भी पैसे देने का दबाव बनाया। इस दबाव और डर के कारण माखन लाल यादव ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों और परिवार के लोगों का कहना है कि अगर पुलिस निर्दोष को फंसाने की कोशिश करेगी और पैसे की मांग करेगी, तो यह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने दोषी थानेदार और जांच अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह मामला उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के लिए भी एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि पुलिस की ऐसी हरकतें उनके क्षेत्र में कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं।
