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क्या बात है,रायपुर टीम के छापे के बाद अब जागी बिलासपुर आबकारी विभाग की नींद
बोदरी में छापेमारी कर 250 लीटर शराब और 1790 किलो महुआ लहान जब्त, सवालों के घेरे में आबकारी अमला

बिलासपुर। आबकारी विभाग बिलासपुर की कार्यशैली पर उस वक्त सवाल उठने लगे जब रायपुर आबकारी टीम की कार्रवाई के अगले ही दिन बिलासपुर टीम ने उसी क्षेत्र में अचानक प्रकट हो गई। बोदरी और चकरभाठा क्षेत्र में कच्ची शराब कारोबार लंबे समय से फल-फूल रहा है, लेकिन बिलासपुर आबकारी विभाग अब तक मौन बना रहा। रविवार को रायपुर आबकारी टीम के छापे के बाद जैसे ही मामले का खुलासा हुआ बिलासपुर की आबकारी टीम अचानक कुंभकरणी नींद से जाग उठी और आबकारी टीम ने आनन-फानन में कार्रवाई की और अपने कर्तव्य परायण होने का परिचय दिया ,कलेक्टर संजय अग्रवाल के सख्त निर्देश पर सहायक आयुक्त आबकारी नवनीत तिवारी से अनुमति लेकर रविवार को आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने बोदरी, चकरभाठा क्षेत्र में छापेमारी कर 250 लीटर कच्ची शराब और 1790 किलोग्राम महुआ लहान जब्त किया। कुल 6 मामले दर्ज किए गए और 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, इस कार्रवाई से अधिक चर्चा इस बात की हो रही है कि क्या विभाग को क्षेत्र में चल रहे अवैध शराब कारोबार की जानकारी नहीं थी? क्या यह कार्रवाई केवल रायपुर टीम की पहल के बाद दिखावे के तौर पर की गई?
स्थानीय लोगों का कहना है कि बोदरी क्षेत्र में लंबे समय से खुलेआम अवैध शराब बनाई और बेची जा रही थी, लेकिन विभागीय आंखें इस पर बंद थीं। जब तक रायपुर की टीम ने दबिश नहीं दी, तब तक बिलासपुर विभाग की कोई सक्रियता नहीं दिखी।
छापे में नागेंद्र वर्मा, राजेश वर्मा, रवि वर्मा और संतु वर्मा सहित कई लोगों को शराब रखने के आरोप में पकड़ा गया है। वहीं, लहान को मौके पर नष्ट कर दिया गया। कार्रवाई में कर्त्तव्य परायण अधिकारी कल्पना राठौर, छवि पटेल और भूपेंद्र जामरे समेत पूरी टीम शामिल रही।