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छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के जरिए शासकीय पदों पर नौकरी करने का लगाया आरोप,, कहा गुलाब सिंह राजपूत डॉ एमके राय और बिलासपुर के पूर्व सीएचएमओ महाजन के साथ सांठगांठ कर बनवाते हैं फर्जी प्रमाण पत्र

छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के जरिए शासकीय पदों पर नौकरी करने का लगाया आरोप,, कहा गुलाब सिंह राजपूत डॉ एमके राय और बिलासपुर के पूर्व सीएचएमओ महाजन के साथ सांठगांठ कर बनवाते हैं फर्जी प्रमाण पत्र छ.ग. दिव्यांग सेवा संघ ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये शासकीय पदों पर आसीन […]

छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के जरिए शासकीय पदों पर नौकरी करने का लगाया आरोप,, कहा गुलाब सिंह राजपूत डॉ एमके राय और बिलासपुर के पूर्व सीएचएमओ महाजन के साथ सांठगांठ कर बनवाते हैं फर्जी प्रमाण पत्र
छ.ग. दिव्यांग सेवा संघ ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये शासकीय पदों पर आसीन होने का लगाया आरोप
कहाँ कि गुलाब सिंह राजपुत, डॉ. राय और पूर्व सीएचएमओ प्रमोद महाजन के साथ सांठगांठ कर बनवाते हैं फर्जी प्रमाण पत्र
नकली दिव्यांग जनों के कारण असली दिव्यांगों की नौकरी नहीं मिल पाने की शिकायत
बिलासपुर : छ.ग. दिव्यांग सेवा संघ ने प्रदेश में कई शासकीय कर्मियों को फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के सहारे शासकीय विभागों में कार्यरत होने का आरोप लगाया हैं। संघ के अनुसार प्रदेश में हजारों ऐसे अधिकारी- कर्मचारी ऐसे हैं जो फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सहारे डिप्टी कलेक्टर, ग्रामीण कृषि विस्तार , कृषि शिक्षक जैसे सरकारी पदों पर आसीन हैं। उन्होंने इस कार्य का मुख्य सरगना गुलाब सिह राजपूत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी वि.ख. लोरमी जिला मुंगेली को बताया, जो पूर्व सीएचएमओ डॉ. प्रमोद महाजन एवं डॉ. एम.के.राय (नाक कान गला रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय मुंगेली) से सांठगांठ कर फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाते थे।

संघ के सदस्यों ने बताया कि दिव्यांग संघ के सदस्य बिलासपुर के सिविल लाईन थाना पहुँचकर प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु पत्र देने की भी बात कही। संघ के अध्यक्ष शशिकांत साहू और संघ के प्रदेश संरक्षक लक्ष्मीकांत यादव ने बताया कि संघ के माध्यम से छ.ग. हाईकोर्ट में याचिका भी दायर किया गया हैं। उन्होंने बताया हमारे संघ के अधिकतर सदस्य कृषि संकाय से स्नातक/स्नात्तकोत्तर / पीएचडी की पढाई किये हैं। इनमें से कुछ सदस्य बेरोजगार हैं जिसका कारण फर्जी दिव्यांग का चयन होना हैं। सन 2016 एवं 2018 में नि:शक्तजनो हेतू विशेष भर्ती अभियान के तहत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी का पद पर भर्ती हुआ था। जिसमे चयनित 50% से अधिक लोग फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। ये लोग पढाई के दौरान किसी भी प्रकार के दिव्यांग नहीं थे। जैसे ही नि:शक्त जनो के लिए विशेष भर्ती निकला सब फर्जी दिव्यांग बन गये।उन्होंने कहा इन सभी फर्जियो में अधिकतर जिला मुंगेली, जांजगीर एवं बिलासपुर के निवासी हैं ।गुलाब सिह राजपूत के चचेरे,ममेरे,फूफेरे भाई उसके पत्नी साला सभी लोग फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। गुलाब सिह राजपूत जिला बिलासपुर, मुंगेली एवं जांजगीर चांपा मे फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाता हैं। ये लोग 1-2 लाख रूपये लेते हैं। गुलाब सिह राजपूत स्वयं फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी में लगा हैं। वह बिलासपुर / रायपुर में साई कृषि इंस्टीट्यूट चलाता हैं। इन कोचिंग सेंटर में अध्ययनरत छात्र छात्राओ का भी फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर कृषि महाविद्यालयों मे दिव्यांग सीट में प्रवेश दिलवाने का काम करता हैं।
उन्होंने बताया वर्तमान मे गुलाब सिह राजपूत लोरमी जिला मुंगेली में कार्यरत हैं। वह अपना फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने का धंधा वृहद स्तर पर कर रहा हैं। 2018 में शिक्षक भर्ती में जितने भी दिव्यांग सीट पर शिक्षक चयनित हुए हैं उनमें से अधिकतर जिला बिलासपुर मुंगेली एवं जांजगीर चांपा से हैं। छ.ग.शासन के विभिन्न विभागों में लोरमी विकासखंड ने झाफल,सुकली, बोडतराकला, सरखा विचारपुर, फुलझर तथा आसपास के 7 गांव मे प्रत्येक गांव से 100-100 से अधिक लोग फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर शासकीय नौकरी कर रहे हैं। इनमें से अधिकतर का सरनेम राजपूत / राठौर एवं सिह हैं, ये सभी गुलाब राजपूत के सगा संबंधी हैं, वे अपने सभी सगे-संबंधियो का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी लगाने का गोरखधंधा किये हुआ हैं।
उन्होंने कहा 90% श्रवणबाधित का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया गया हैं। संघ के द्बारा वर्तमान मे 53 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं 3 कृषि शिक्षक फर्जी दिव्यांग की सूची को प्रेषित करने का दावा भी किया। यह भी कहा कि इनमें से 80 % प्रमाण पत्र उक्त दोनों डॉक्टर के द्बारा जारी किया गया हैं। इस प्रकार से फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर सामान्य लोंगो का नौकरी में लगने से वास्तविक दिव्यांग व्यक्ति का जीवन दूरभर होते जा रहा हैं। संघ के लोगों ने मुख्य सचिव छ.ग. शासन को भी पत्र लिखने की जानकारी दी लेकिन अभी तक किसी विभाग द्बारा कोई कार्यवाही नही की गई हैं। संघ के सभी पदाधिकारी और सदस्यों ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी गुलाब सिह राजपूत लोरमी मुंगेली, डॉ प्रमोद महाजन डॉ एम.के. राय सहित सूची में शामिल सभी फर्जी दिव्यांग का राज्य मेडिकल बोर्ड से जाँच करवाकर बर्खास्त करते हुए जेल भेजनें निवेदन किया गया।
अब देखना यह हैं कि छत्तीसगढ़ शासन इस मामले में क्या कार्यवाही करती हैं । या फिर मामले को रफा-दफा करती हैं?