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BREAKING : भ्रष्टाचार की खुख्यात आरोपी सौम्या चौरसिया को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल

BREAKING : भ्रष्टाचार की खुख्यात आरोपी सौम्या चौरसिया को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल रायपुर : कोयला परिवहन घोटाला और मनी लाड्रिंग मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री कार्यालय की उप सचिव भ्रष्टाचार की खुख्यात आरोपी सौम्या चौरसिया को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आज कोर्ट में पेश किया गया। […]

BREAKING : भ्रष्टाचार की खुख्यात आरोपी सौम्या चौरसिया को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
रायपुर : कोयला परिवहन घोटाला और मनी लाड्रिंग मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री कार्यालय की उप सचिव भ्रष्टाचार की खुख्यात आरोपी सौम्या चौरसिया को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आज कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने सौम्या चौरसिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सौम्या अब 28 दिसंबर तक जेल में रहेंगी।

रिमांड अवधि खत्म होने पर ईडी ने आज सौम्या चौरसिया को ईडी की विशेष जज अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया। सौम्या चौरसिया को कोर्ट में ऐसे पेश किया गया जैसे कोई व्ही व्ही आई है उस तरीके से उसे कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। इस मामले में सौम्या चौरसिया ईडी की रिमांड पर थी। वहीं आईएएस समीर बिश्नोई और सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत और सुनील अग्रवाल न्यायिक रिमांड पर जेल में बंद हैं। सभी आरोपियों की रिमांड अवधि आज पूरी हो गई है।

ईडी ने इस ममले में कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर बिश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी समेत पांचों आरोपितों की 152.31 करोड़ रूपए की 91 संपत्ति को कोर्ट ने अटैच कर दिया है। यह कार्यवाही 25 रुपये प्रति टन कोयले पर कमीशन (सरकारी एक्सटार्शन) मामले में की गई है। ईडी ने शनिवार यानी 10 दिसंबर को पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था। सुनवाई के बाद चारों आरोपियों आईएएस बिश्नोई, सूर्यकांत, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को 13 जनवरी तक के लिए जेल भेज दिया था। छत्तीसगढ़ सरकार ने आज तक सौम्या चौरसिया को निलंबित नहीं किया है जबकि उसे गिरफ्तार करने और रिमांड पर भेजे जाने के तत्तकाल बाद नियंत: निलंबित कर देना चाहिए था आखिर अभी तक क्यों निलंबित नहीं किया जा रहा है यह समझ से परे है आखिर छत्तीसगढ़ सरकार किस बात का इंतजार कर रही है। जो अभी तक उसे निलंबित नही किया है।