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ऑनलाइन सट्टा एप महादेव बुक पर ईडी की तिरछी नजर… दुबई में छिपे गैंग का मांगा ब्यौरा, आईटी और ईडी कर रही सट्टा रैकेट से जुड़े सभी प्लेटफार्म की जांच…

ऑनलाइन सट्टा एप महादेव बुक पर ईडी की तिरछी नजर… दुबई में छिपे गैंग का मांगा ब्यौरा, आईटी और ईडी कर रही सट्टा रैकेट से जुड़े सभी प्लेटफार्म की जांच… नई दिल्ली: केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब सट्टेबाजी के ऑनलाइन प्लेटफार्म महादेव बुक और रेड्डी अन्ना की जांच शुरू कर दी है। ईडी अफसरों […]

ऑनलाइन सट्टा एप महादेव बुक पर ईडी की तिरछी नजर… दुबई में छिपे गैंग का मांगा ब्यौरा, आईटी और ईडी कर रही सट्टा रैकेट से जुड़े सभी प्लेटफार्म की जांच…
नई दिल्ली: केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब सट्टेबाजी के ऑनलाइन प्लेटफार्म महादेव बुक और रेड्डी अन्ना की जांच शुरू कर दी है। ईडी अफसरों ने शहर के कुछ बड़े पुलिस अफसरों से दुबई में छिपे महादेव बुक के सरगना सौरभ चंद्राकर और उसके करीबी साथी रवि उत्पल, कपिल चेलानी, सतीश कुमार की जानकारी मांगी है। इन सभी के फोटो भी मांगे गए हैं। ईडी को प्रारंभिक जानकारी दे दी गई है। पुलिस के पास सभी आरोपियों की फोटो नहीं है, इसलिए फोटो ईडी को नहीं भेजी गई है।
कुछ माह पहले ही ईडी अधिकारियों ने मोहननगर, छावनी, सुपेला और रायपुर पुलिस से संपर्क किया था। उनसे महादेव बुक से जुड़े सरगनाओं की जानकारी मांगी थी। रायपुर पुलिस ने भी महादेव बुक से जुड़े लोगों पर कार्यवाही की है। कुछ ही समय में 64 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह सभी आरोपी आईडी चला रहे थे। कमीशन लेकर ऑनलाइन दांव ले रहे थे। तेलीबांधा पुलिस ने 8 अक्टूबर की कार्रवाई के दौरान 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पूछताछ के बाद पहली बार पुलिस ने एफआईआर में कपिल चेलानी, सौरभ चंद्राकर, रवि उत्पल का नाम दर्ज किया गया था।
दुबई से अमेरिका शिफ्ट होने की फिराक में सरगना
पुलिस की पड़ताल में यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि रवि का करीबी रिश्तेदार अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने ही महादेव बुक और अन्य प्लेटफार्म को तैयार किया है। इस इंजीनियर ने ऑनलाइन भारत के अलावा कई देशों में फैलाया है। फिलहाल दुबई और अमेरिका से ही उनका ऑनलाइन सिस्टम ऑपरेट हो रहा है। रवि और सौरभ भी दुबई से अपने परिजनों को अमेरिका शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे है। इसके लिए बड़ी प्लानिंग भी हो रही है।
फरारी के बाद दुर्ग लौटा सतीश, पकड़ाया नहीं
डीडी नगर इलाके में तीन मकान-फ्लैट पर महादेव बुक का रैकेट चलाने वाले सतीश कुमार को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। पुलिस का दावा है कि वह अभी फरार है। लेकिन बताया जा रहा है कि दिवाली के समय सतीश दुर्ग लौट आया था। उसे रायपुर और दुर्ग में घूमते हुए देखा गया है। उसने कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों से भी मुलाकात की है। उसके बाद भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस अभी जायका बिरयानी सेंटर के मालिक की भी तलाश कर रही है। कोतवाली में उसके खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज है।
एलओसी और रेड कॉर्नर नोटिस अब तक जारी नहीं
छत्तीसगढ़ पुलिस अब तक सौरभ, रवि और अन्य के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) और रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी नहीं करवा पाई है। महादेव बुक में काम करने वाले छोटे लोगों को ही गिरफ्तार किया गया है। इसमें अधिकतर जमानत में रिहा हो गए हैं। अभी तक कोई बड़ा व्यक्ति या सरगना को नहीं पकड़ पाई है या फिर पकडना नहीं चाहती है।