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डीएसपी के प्रेम जाल में फँसकर करोड़पति प्रेमी हुआ कंगाल: प्यार, धोखा और ब्लैकमेलिंग की सनसनीखेज दास्तान
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस में अब प्रेम प्रसंग और आपराधिक गतिविधियों के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रायपुर से लेकर बस्तर तक तैनात पुलिस अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप महकमे की छवि को लगातार धूमिल कर रहे हैं। ताजा मामला राज्य पुलिस सेवा की एक महिला डीएसपी कल्पना वर्मा से जुड़ा है, जिन पर दीपक नामक एक शादीशुदा व्यवसायी को प्यार के जाल में फँसाने, ढाई करोड़ से अधिक की रकम ऐंठने और ब्लैकमेल करने का सनसनीखेज आरोप लगा है। पीड़ित दीपक ने रायपुर के खम्हारडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन प्रभावशाली डीएसपी होने के कारण पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
क्या है पूरा मामला?
डीएसपी कल्पना वर्मा पर एक प्रेमी दीपक को प्यार में धोखा देने, ब्लैकमेल करने और करोड़ों की संपत्ति हड़पने का आरोप है। यह पूरा मामला पुलिस मुख्यालय से लेकर मैदानी इलाकों तक चर्चा का विषय बना हुआ है। ये हाई-प्रोफाइल मामला पिछले दो साल से चल रहा है, जिसकी शिकायत अब रायपुर के खम्हारडीह थाने में दर्ज की गई है। दीपक के अनुसार, डीएसपी कल्पना ने पहले उससे प्यार का नाटक किया, फिर शादी के लिए दबाव बनाया और जब उसने पत्नी को तलाक देने से मना किया तो ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी।
ढाई करोड़ का लगाया चूना और अब ब्लैकमेलिंग
दीपक ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि डीएसपी कल्पना वर्मा पर वो ढाई करोड़ रुपये से ज़्यादा लुटा चुका है। उसने बताया कि डीएसपी की माँगों को पूरा करने के लिए बैंक और ऑनलाइन पेमेंट का सहारा लिया। दीपक का आरोप है कि डीएसपी ने ब्लैकमेल कर रायपुर के वीआईपी रोड स्थित 'एटमॉस्फेरिया होटल' अपने भाई के नाम पर रजिस्टर्ड करवा लिया। इस होटल को खरीदने के लिए दीपक ने मोटी रकम दी थी, जबकि डीएसपी ने सिर्फ 30 लाख रुपये देकर इसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके अलावा, डीएसपी ने दीपक से 12 लाख रुपये की हीरे की अंगूठी, 10 लाख का ब्रेसलेट, सोने की चेन और अन्य बेशकीमती जेवरात तथा कपड़े भी लिए। पीड़ित की पत्नी बरखा के नाम पर खरीदी गई 22 लाख रुपये की टोयोटा हाइराइडर गाड़ी भी डीएसपी कल्पना ने अपने कब्जे में ले ली है।
पुलिस महकमे में मनमानी.....
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डीएसपी कल्पना वर्मा की ऊँची पहुँच है। बताया जाता है कि उन्हें एसपी से लेकर एडीजी तक का संरक्षण प्राप्त है। इस शातिर हसीना की मनचाही पोस्टिंग के लिए 20 लाख तक की रिश्वत देने की भी चर्चा है। कांग्रेस शासनकाल में डीएसपी कल्पना को डीएसपी-एटीएस जैसी महत्वपूर्ण पोस्टिंग मिली थी। एक बार जब 38 उप पुलिस अधीक्षकों का तबादला बस्तर रेंज हुआ, तो डीएसपी कल्पना का तबादला एक प्रभावशील अधिकारी (शेख आरिफ) की मेहरबानी से रद्द कर दिया गया और उन्हें रायपुर में बहाल रखा गया। बीजेपी शासन आने के बाद उनका तबादला दंतेवाड़ा कर दिया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, वह आज भी काम छोड़कर अक्सर बगैर नंबर वाली सरकारी या लग्जरी गाड़ियों में रायपुर में सैर-सपाटा करती नजर आती हैं। सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिली है कि डीएसपी कल्पना का नाम आईपीएस आनंद छाबड़ा, आईपीएस शेख आरिफ और एएसपी अभिषेक महेश्वरी से भी जोड़ा जाता है। इन अधिकारियों से जुड़ी अवैध संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में भी उनकी 'महत्वपूर्ण' भूमिका बताई जाती है, जिसकी जाँच ईडी और सीबीआई पहले से ही कर रही है। पीड़ित दीपक की पत्नी बरखा ने थाने में शिकायत कर पति को डीएसपी के चंगुल से छुड़ाने की गुहार लगाई है, लेकिन थाना प्रभारी ने इसे हाई-प्रोफाइल मामला बताकर कार्रवाई से पल्ला झाड़ लिया है। पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
पुलिस महकमे के गलियारों में चर्चा है कि डीएसपी कल्पना की खूबसूरती और चकाचौंध भरी लाइफस्टाइल के पीछे कहीं न कहीं ये 'अर्थशास्त्र' ही काम कर रहा था। लोग हैरान हैं कि महज कुछ वर्षों की नौकरी में कोई अधिकारी करोड़ों के हीरे-जवाहरात कैसे पहन सकता है! यह प्रेम कहानी अब "प्यार में नोटों की खनक भारी पड़ी" का सटीक उदाहरण बन गई है। अब देखना यह है कि दीपक यूँ ही जलता रहेगा या वर्दी पर लगे इस दाग पर कोई कानूनी शिकंजा कसेगा।
