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क्या सौम्या चौरसिया का राजदार है दीपक टंडन भाजपा नेत्री राधिका खेड़ा ने कहा दीपक और सौम्या के रिश्तों की हो जांच
रायपुर। छत्तीसगढ़ में डीएसपी कल्पना वर्मा और दीपक टंडन विवाद अब सियासी गलियारों से होते हुए भ्रष्टाचार के बड़े दलदल की ओर मुड़ गया है। भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने इस मामले में बड़ा धमाका करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री की करीबी अधिकारी सौम्या चौरसिया और दीपक टंडन के रिश्तों की जांच की मांग उठा दी है। नेशनल जगत विजन के खुलासे के बाद राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया है कि कोयला और शराब घोटाले की मुख्य आरोपी सौम्या चौरसिया से दीपक टंडन के गहरे ताल्लुक रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि एक मामूली फोटोफ्रेम की दुकान चलाने वाला शख्स आखिर चंद सालों में करोड़ों का मालिक कैसे बन गया और उसकी पहुंच जेल के भीतर बंद रसूखदारों तक कैसे हुई।
जेल की मुलाकातों का रहस्य क्या....
भाजपा नेत्री राधिका खेड़ा ने मीडिया से चर्चा के दौरान सवाल उठाया कि आखिर दीपक टंडन उर्फ अंबेडकर टंडन को जेल में बंद सौम्या चौरसिया से मिलने की इजाजत किसने और क्यों दी। सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि दीपक टंडन कई बार जेल जाकर घोटाले के आरोपियों से गुपचुप मुलाकात करता था। राधिका खेड़ा ने तंज कसते हुए कहा कि यह कोई सामान्य मुलाकात नहीं बल्कि पुराने हिसाब-किताब का हिस्सा हो सकती है। हालांकि इन मुलाकातों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड अब तक सामने नहीं आया है लेकिन कड़ियां जुड़ती दिख रही हैं।
करोड़ों की संपत्ति और लक्ष्य इंटरप्राइजेस पर भी सवाल
राधिका खेड़ा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों से अपील की है कि ईडी एसीबी और ईओडब्ल्यू को अब दीपक टंडन के एंगल से भी घोटालों की फाइलें खोलनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि दीपक की कंपनी लक्ष्य इंटरप्राइजेस के पास पैसा कहां से आ रहा था और वह होटल वेल्कम श्री जैसे महंगे सौदे करने की हिम्मत कैसे जुटा पाया। खेड़ा ने भ्रष्टाचार की जांच कर रही टीमों से कहा कि उन्हें यह पता लगाना चाहिए कि क्या दीपक टंडन पिछली सरकार के काले धन को सफेद करने का जरिया तो नहीं था।इस पूरे मामले ने प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। एक तरफ पुलिस अफसर का पारिवारिक विवाद है तो दूसरी तरफ करोड़ों के घोटाले की आंच है। राधिका खेड़ा का कहना है कि अगर ईमानदारी से जांच हुई तो दीपक टंडन के जरिए कई सफेदपोश चेहरों से नकाब उतर जाएगा।
