ट्रेन से ड्रग्स की सप्लाई: आलू-प्याज और टिश्यू पेपर में छिपाकर भेजी जा रही थी ड्रग्स, कोच अटेंडेंट और कोल कारोबारी सहित 6 गिरफ्तार

बिलासपुर/ अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी से जुड़े एक हाईटेक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी एमडीएम ड्रग्स को पार्सल के ज़रिए सप्लाई कर रहे थे, जिसकी पैकिंग इतनी तकनीकी और चतुराईपूर्ण थी कि ड्रग्स को आलू-प्याज या टिश्यू पेपर के बीच छिपाकर भेजा जा रहा था ताकि जांच एजेंसियों की पकड़ में न आए।

पुलिस ने तीन दिनों की कार्रवाई में कुल 12 ग्राम एमडीएम ड्रग्स जब्त की है। इनमें दो डिलीवरी बॉय को ट्रेन से पकड़ा गया, जबकि दिल्ली से आ रहा मुख्य सप्लायर छत्तीसगढ़ में कोयला कारोबारी के साथ गिरफ्तार किया गया।

शनिवार को पुलिस लाइन बिलासागुड़ी में एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इस नेटवर्क की शुरुआती जानकारी एक छोटी सी "टीप" के रूप में मिली थी, जिसके बाद जब जांच बढ़ाई गई, तो अंतरराज्यीय गिरोह का बड़ा चेहरा सामने आया।

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14 मई को उत्कल एक्सप्रेस से जब एक पार्सल पकड़ा गया, तो उसकी जांच में 8 ग्राम एमडीएम ड्रग्स बरामद की गई। पार्सल को देखने पर यह एक सामान्य कोरियर लग रहा था। जब उसे खोला गया तो उसमें एक पावर बैंक का डिब्बा निकला, जिसमें वजन संतुलन के लिए एक आलू और एक प्याज रखा गया था। इन्हीं के बीच 10 छोटे-छोटे जिप पैकेट्स में ड्रग्स को छिपाया गया था।

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17 मई को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में भी इसी तरह 3 ग्राम ड्रग्स बरामद हुई। इस बार ड्रग्स को तीन लेयर की पैकिंग में 100 से अधिक टिश्यू पेपर के बीच छिपाया गया था।

उक्त मामलों में उत्कल एक्सप्रेस के पेंट्रीकार में काम करने वाले असिस्टेंट मैनेजर प्रदीप कुमार निवासी सोनीपत, हरियाणा)और संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एसी कोच अटेंडर विवेक यादव निवासी किरौली, राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने कुल 11 ग्राम ड्रग्स की डिलीवरी की थी।

डिलीवरी बॉय से पूछताछ में जानकारी मिली कि पार्सल दिल्ली से भेजा गया था। पुलिस की टीम जब दिल्ली रवाना हुई तो पता चला कि आरोपी वाराणसी में है। टेक्निकल सर्विलांस से उसका पीछा किया गया और जैसे ही वह छत्तीसगढ़ सीमा में घुसा, पुलिस ने रतनपुर और बेलतरा टोल नाकों पर नाकाबंदी कर दी। अंततः कोयला कारोबारी राजू सिंह निवासी तिफरा इंदू अमेजिका और रितेश शर्मा मस्तूरी के साथ दिल्ली के शुभम दत्त और सुमित कुमार को पकड़ा गया।

राजू सिंह और रितेश शर्मा पर पूर्व से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपियों से रातभर की पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिन पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। साथ ही जिन लोगों ने ड्रग्स मंगवाई थी, उनकी जानकारी भी जुटाई जा रही है।

पुलिस के अनुसार, यह गिरोह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, रायपुर, जांजगीर और बलौदा बाजार समेत कई जिलों में ड्रग्स सप्लाई कर रहा था। युवाओं में महंगे सूखे नशे की बढ़ती मांग को देखते हुए इनकी गतिविधियां तेज हो रही थीं। आरोपी चोरी-छिपे रेलवे नेटवर्क और कोरियर सिस्टम का इस्तेमाल कर नशा पहुंचा रहे थे।

एसपी ने इस ऑपरेशन में शामिल सीएसपी निमितेश सिंह, एसीसीयू और रतनपुर पुलिस की टीम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई युवाओं को नशे के दलदल से बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

 

 

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