- Hindi News
- अपराध
- बीपीएल कार्ड पर ऐश कर रहे कंपनी मालिक, 4600 फर्जी कार्डधारक, अब होगी रिकवरी
बीपीएल कार्ड पर ऐश कर रहे कंपनी मालिक, 4600 फर्जी कार्डधारक, अब होगी रिकवरी
रायपुर। केंद्र सरकार की वन-नेशन-वन-कार्ड योजना के तहत चल रही ई-केवाईसी ने छत्तीसगढ़ के खाद्य विभाग में बड़ा खुलासा किया है। राज्य में 46 सौ ऐसे लोग बीपीएल राशन कार्ड पर मुफ्त राशन उठा रहे थे जो खुद किसी निजी कंपनी के मालिक या डायरेक्टर हैं। ये लोग पिछले तीन साल से लगातार सरकारी चावल डकार रहे थे। अकेले रायपुर में ऐसे 621 फर्जी कार्डधारक पकड़े गए हैं। इस बड़े खुलासे के बाद विभाग ने 50 फीसदी से ज्यादा फर्जी नामों को लिस्ट से हटा दिया है और अब इन लोगों को राशन नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, जो राशन उन्होंने उठाया है, उसकी वसूली भी की जाएगी।
फर्जी आंकड़ों का खेल
- डुप्लीकेट आधार कार्ड का इस्तेमाल कर 86 हजार 249 लोग राशन कार्ड से चावल ले रहे थे।
- 1 लाख 06 हजार 710 सदस्यों के आधार कार्ड निष्क्रिय होने के बावजूद वे राशन ले रहे थे।
- कार्रवाई के बाद इन फर्जी सदस्यों के नाम अब सूची से हटा दिए गए हैं।
- राशन नहीं उठाने वाले भी रडार पर हैं। 95 हजार से ज्यादा लोगों ने एक साल और 37 हजार से ज्यादा लोगों ने छह महीने से राशन नहीं लिया है। इसका मिलान भी चल रहा है।
राज्य में अभी भी 25 लाख 71 हजार 326 लोगों की ई-केवाईसी पेंडिंग है, जिनकी जांच की जा रही है। रायपुर जिले में ऐसे संदिग्ध लोगों की संख्या 63 हजार से ज्यादा बताई जा रही है।खाद्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह बड़े स्तर पर धोखाधड़ी है। गरीबों के हक का राशन अमीर लोग खा रहे थे। अब एक-एक पाई की रिकवरी होगी और भविष्य में ऐसी धांधली न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
