- Hindi News
- अपराध
- हजारीबाग में CBI की बड़ी कार्रवाई: CCL के मैनेजर समेत 4 गिरफ्तार, कोयला परिवहन में अवैध उगाही का आरो...
हजारीबाग में CBI की बड़ी कार्रवाई: CCL के मैनेजर समेत 4 गिरफ्तार, कोयला परिवहन में अवैध उगाही का आरोप
हजारीबाग में CBI की बड़ी कार्रवाई: CCL के मैनेजर समेत 4 गिरफ्तार, कोयला परिवहन में अवैध उगाही का आरोप
CBI/ACB ने हजारीबाग में CCL गिद्दी-ए कोलियरी परियोजना में कोयला परिवहन में अवैध उगाही के आरोप में प्रबंधक और तीन अन्य को गिरफ्तार किया। औचक निरीक्षण में प्रति ट्रक 1800 रुपये की वसूली का खुलासा हुआ। जांच में करोड़ों रुपये के भुगतान के साक्ष्य मिले। अगली सुनवाई 22 जुलाई को।
हजारीबाग: सीसीएल गिद्दी-ए कोलियरी परियोजना, हजारीबाग में कोयला ट्रांसपोर्टर और लिफ्टरों से अवैध उगाही के मामले में CBI-ACB रांची की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। टीम ने परियोजना कार्यालय के प्रबंधक अयोध्या करमाली, क्लर्क मुकेश कुमार, प्रकाश महली और कोल लिफ्टर विजय कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद सभी को रांची स्थित एसीबी कार्यालय लाकर पूछताछ की गई, फिर उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने चारों को होटवार जेल भेज दिया है। मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।
सीबीआई ने आधिकारिक रूप से बताया कि बीते 6 मार्च को सीबीआई और सीसीएल विजिलेंस की टीम ने संयुक्त रूप से गिद्दी परियोजना कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था। तब पूछताछ में मैनेजर अयोध्या करमाली ने कबूला था कि प्रति ट्रक 1800 रुपये की दर से अवैध वसूली की जाती थी। जांच में भी प्रति ट्रक अवैध वसूली से संबंधित सबूत मिले थे। हर माह क्लर्क मुकेश व प्रकाश महली उन्हें कोयले की उगाही के 10 लाख रुपये पहुंचाते थे।
अयोध्या करमाली की मोबाइल की जांच में मुकेश कुमार के द्वारा अयोध्या करमाली को 2.03 लाख रुपये भुगतान किये जाने का ब्योरा मिला है। इसके अलावा दूसरे कोल लिफ्टरों को मोबाइल से प्रकाश महली को 4.98 लाख रुपये के अवैध भुगतान का ब्योरा मिला है। इसके बाद एसीबी ने पांच जून को सीसीएल प्रबंधन समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें तीन लोगों को नामजद अभियुक बनाया गया था। अभियुक्त जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। बता दें कि आरोपी प्रबंधक, दो क्लर्क और अज्ञात लोक सेवक तथा निजी व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न कोयला लिफ्टरों से कोयले के उठाव और परिवहन में मदद के लिए अनुचित लाभ प्राप्त करने के साक्ष्य भी मिले हैं।
