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बिलासपुर: महादेव सट्टा एप पर ACB की बड़ी कार्रवाई, चार राज्यों में छापेमारी, तीन आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर। महादेव सट्टा एप से जुड़े एक बड़े मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने चार राज्यों में छापेमारी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महादेव बुक से जुड़े व्हाट्सएप नंबरों और सिम एक्टिवेशन के बड़े नेटवर्क के पर्दाफाश के लिए की गई। छापेमारी में 100 से अधिक मोबाइल फोन और […]

बिलासपुर। महादेव सट्टा एप से जुड़े एक बड़े मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने चार राज्यों में छापेमारी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महादेव बुक से जुड़े व्हाट्सएप नंबरों और सिम एक्टिवेशन के बड़े नेटवर्क के पर्दाफाश के लिए की गई। छापेमारी में 100 से अधिक मोबाइल फोन और 500 से अधिक सिम कार्ड जप्त किए गए हैं, जिनका उपयोग सट्टा नेटवर्क के संचालन में किया जा रहा था।
ACB को महादेव बुक मामले में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी कि देशभर में चलने वाले पैनल से जुड़े व्हाट्सएप नंबर अलग-अलग राज्यों में सेंटर बनाकर रखे गए हैं। इन सेंटरों को “ओटीपी सेंटर” के नाम से जाना जाता है, जहां फिजिकल सिम को रिचार्ज करने और ओटीपी प्राप्त करने के लिए रखा जाता है। जबकि इन नंबरों का व्हाट्सएप दुबई स्थित हेड ऑफिस से संचालित किया जाता है।
इन सेंटरों से महादेव बुक से जुड़े विभिन्न प्लेटफार्म जैसे रेड्डी अन्ना, फेयर प्ले, लोटस, लॉयन बुक, डायमंड बुक, सीबीटीएफ बुक, और अंबानी बुक आदि के कस्टमर केयर नंबरों के रूप में काम किया जाता है। इन नंबरों पर मैसेज करने पर ऑटोमेटेड मैसेज प्राप्त होते हैं, जिनमें सट्टा खेलने के लिए पैसे कहां जमा करने हैं और आईडी कैसे प्राप्त करनी है, इसकी जानकारी दी जाती है।
ब्यूरो ने इस मामले में देशभर के चार राज्यों – बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई में तीन आरोपियों अतुल सिंह परिहार, निवासी भिलाई; विश्वजीत राय चौधरी, निवासी भिलाई; और भारत ज्योति पाण्डेय, निवासी मंगीतपुर, जिला रोहतास, बिहार को गिरफ्तार किया गया।
इन आरोपियों से मिले 100 से अधिक मोबाइल, लैपटॉप और 500 से अधिक सिम कार्ड के आधार पर ब्यूरो को सट्टा पैनल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हो सकती हैं। इसके अलावा, आरोपियों से यह भी खुलासा हुआ है कि ऊंची कमीशन पर कार्पोरेट बैंक खाते भी दिए जाते थे, जिनमें अनलिमिटेड यूपीआई पेमेंट की सुविधा होती थी।
यह महादेव बुक के खिलाफ की गई पहली बड़ी कार्रवाई है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। उम्मीद है कि इस पूछताछ से और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। प्रकरण में आगे की वैधानिक कार्यवाही जारी है।