- Hindi News
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचारियों को समर्थन से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर बढ़ा है आत्...
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचारियों को समर्थन से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर बढ़ा है आत्मविश्वास——पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचारियों को समर्थन से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर बढ़ा है आत्मविश्वास——पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह रायपुर : ईडी मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया कि हमने जो चिटफंड और नान घोटाले को लेकर चिट्ठी लिखी है, उस पर ईडी जांच कब करेगी? पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस […]

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचारियों को समर्थन से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर बढ़ा है आत्मविश्वास——पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह
रायपुर : ईडी मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया कि हमने जो चिटफंड और नान घोटाले को लेकर चिट्ठी लिखी है, उस पर ईडी जांच कब करेगी? पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, नान मामले की जांच ईडी पहले से कर रही है और प्रदेश से दूसरे राज्य में ट्रांसफर करना चाहती है, ताकि निष्पक्ष जांच हो, तो भूपेश बघेल उसमें अड़ंगा क्यों लगा रहे हैं?
ईडी, नान घोटाले और चिटफंड मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को पत्रकारवार्ता में कहा, प्रदेश में किसी भी भ्रष्टाचारी के घर छापा पड़े, तो सबसे पहली प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सामने आती है। यह बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि इस प्रतिक्रिया में वह भ्रष्टाचार का विरोध नहीं, बल्कि भ्रष्टाचारियों का समर्थन करते हैं और जांच पर सवाल उठाते हैं। आज छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की बदौलत एक परंपरा चल पड़ी है कि जिसके घर भी छापा पड़ता है, वो व्यक्ति शर्म से सर झुकाने की जगह सीना चौड़ा करके चलता है, जैसे इन छापों से छत्तीसगढ़ की छवि पर चार चांद लगा दिए हों। अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर जो यह आत्मविश्वास बढ़ा है, यह भूपेश बघेल के समर्थन से ही हुआ है।
रिपोर्ट पढ़ी नहीं, या सब जानते हुए झूठ बोलते हैं
डॉ. रमन ने कहा, जब-जब इस सरकार पर जांच का घेरा कसने लगता है, तब भूपेश बघेल नान मामले के चिराग से सीएम मैडम नाम का जिन्न निकाल लेते हैं, मैं उन्हें एक बार फिर याद दिलाना चाहता हूं कि आपकी सरकार की गठित एसआईटी ने ही अपनी जांच रिपोर्ट में साफ़-साफ़ लिखा था कि सीएम मैडम “चिंतामणि” हैं। अब या तो भूपेश बघेल ने रिपोर्ट पढ़ी नहीं या फिर वो सब जानते हुए भी जनता के सामने झूठ बोलने की कोशिश कर रहे हैं।
जिन्हें निलंबित किया, उसे दिया बड़ा पद
2015 में जब दो वरिष्ठ अधिकारियों का नाम नान घोटाले में सामने आया, तब भाजपा की सरकार ने उन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए चार्जशीट दायर की और उन्हें निलंबित किया। जिनके विरुद्ध हमारी सरकार ने मुकदमे दायर किए, उन्हें कांग्रेस की सत्ता आते ही बड़े पदों से सम्मानित किया गया। इन अधिकारियों पर जब आयकर विभाग ने कार्रवाई की, तब उनके व्हाट्सएप चैट से ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जो साबित करते हैं कि किस तरह से भूपेश बघेल भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षक बनकर काम कर रहे थे।
चिटफंड पर विलाप करना भूपेश की आदत
डॉ. रमन ने कहा, जिस तरह भूपेश बघेल ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मेरे विरुद्ध षड्यंत्र रचकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और अंत में जब न्यायालय का निर्णय आया, तब इस पूरे घटनाक्रम को “निराधार और राजनीति से प्रेरित” बताया। प्रदेश में ईडी के हर छापे के बाद जांच एजेंसी पर सवाल उठाना और चिटफंड मामले पर विलाप करना भूपेश बघेल की आदत बन चुकी है, सिर्फ अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए यह मुद्दे उठाते रहते हैं।