- Hindi News
- न्यायधानी में संचालित बड़े कबाड़खानों की सीधे रायपुर से सेटिंग,किसी के पास नही धातु स्क्रेप खरीदी की अ...
न्यायधानी में संचालित बड़े कबाड़खानों की सीधे रायपुर से सेटिंग,किसी के पास नही धातु स्क्रेप खरीदी की अनुमति,दरवाजा बंद कर होती है गाड़ियों की कटिंग, पुलिस और प्रशासन मौन

न्यायधानी में संचालित बड़े कबाड़खानों की सीधे रायपुर से सेटिंग,किसी के पास नही धातु स्क्रेप खरीदी की अनुमति,दरवाजा बंद कर होती है गाड़ियों की कटिंग, पुलिस और प्रशासन मौन छत्तीसगढ़ : बिलासपुर (न्यायधानी) में इन दिनों बड़े कबाड़ खानों पर प्रशासन की नज़र ही नही पड़ रही है इसलिए कार्यवाही भी नही हो रही है […]

न्यायधानी में संचालित बड़े कबाड़खानों की सीधे रायपुर से सेटिंग,किसी के पास नही धातु स्क्रेप खरीदी की अनुमति,दरवाजा बंद कर होती है गाड़ियों की कटिंग, पुलिस और प्रशासन मौन
छत्तीसगढ़ : बिलासपुर (न्यायधानी) में इन दिनों बड़े कबाड़ खानों पर प्रशासन की नज़र ही नही पड़ रही है इसलिए कार्यवाही भी नही हो रही है सूत्र बता रहे है बड़े कबाड़ माफियाओं ने सीधे रायपुर से सेटिंग की है इन पर कार्यवाही अगर कोई अधिकारी करे तो उसका तबादला होना संभवत : तय है ।

इसलिए कोई भी अधिकारी रायपुर रोड में बसे बड़े कबाड़खानों पर कार्यवाही करने की सोच ही नही रहा है । कार्यवाही करने की सोचने से पहले ही रायपुर से आकाओं का फोन आ जा रहा है। इसलिए धड़ल्ले से कबाड़ का अवैध करोबार फलता और फूलता जा रहा है। इसे करने वाले भी दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे है। बस छोटे-छोटे कबाड़ संचालकों की बलि प्रशासन दे रहा है ।बड़े कबाड़ खानों में हाथ डालने से बिलासपुर प्रशासन घबरा रहा है ।

कलेक्टर कार्यालय ने एक छोटा सा जबाव देने में तीन महीने लगा दिए जिला प्रशासन के मुताबिक बिलासपुर में किसी भी कबाड़ खानों को धातु स्क्रेप खरीदी की अनुमति नही है ।इसके बाद भी धड़ल्ले से डंके की चोट पर रायपुर रोड में कई कबाड़ खाना चल रहा है जिनके दरवाजा बंद रहते है ।और बंद दरवाजों के अंदर दिन भर कही गाड़ी तो कही लोहा की तोड़मरोड़ तोल चलता रहता है इसके बाद भी जिला प्रशासन इन पर बेहद ही मेहरबान है सूत्रों की बात जहाँ तक सही है इनकी सेटिंग रायपुर तक है इसलिए इन पर हाथ डालने में अच्छे-अच्छे तुर्रम खा बनने वाले अधिकारी भी डर रहे है….क्रमश पाट : २