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पार्षद का भयादोहन, तीन कथित पत्रकारों के विरुद्ध मामला दर्ज
बिलासपुर, छत्तीसगढ़: पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग का एक संगीन मामला बिलासपुर से सामने आया है. सिविल लाइन थाना क्षेत्र में तीन कथित पत्रकारों ने वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद भरत कश्यप से ₹50,000 की जबरन मांग की और पैसे न देने पर खबर वायरल करने की धमकी दी. पार्षद की शिकायत के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों नीरज शुक्ला उर्फ अप्पू शुक्ला, संतोष मिश्रा और जिया उल्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.।
पीड़ित पार्षद भरत कश्यप ने अपनी शिकायत में बताया कि तीनों आरोपी उनके कार्यालय में घुस आए और खुद को पत्रकार बताते हुए उन पर एक महिला के साथ अवैध संबंध का झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने की धमकी दी. उन्होंने दावा किया कि उनके पास इस "कथित मामले" का वीडियो बाइट है और अगर ₹50,000 नहीं दिए गए तो वे इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे. पार्षद ने इसे सीधा भयादोहन और पत्रकारिता की आड़ में वसूली बताया.
पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी उजागर
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2) और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की है. थाना प्रभारी सुम्मत साहू ने मीडिया को बताया कि प्राथमिक जांच में आरोप गंभीर प्रतीत हो रहे हैं और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. नीरज शुक्ला उर्फ अप्पू शुक्ला पर पहले भी अवैध जुए का अड्डा चलाने, मारपीट और वसूली जैसे आरोप लग चुके हैं और कई थानों में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है. जिया उल्ला पर धोखाधड़ी (IPC 420) का मामला पहले से दर्ज है, जिसमें वह जेल भी जा चुका है. तीसरे आरोपी संतोष मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच जारी है, लेकिन उसके संबंध में भी कुछ संदेहास्पद गतिविधियों की जानकारी पुलिस रिकॉर्ड में बताई जा रही है।
