अनिल अंबानी पर 420 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप, स्विस बैंक में गुप्त धन रखने पर नोटिस जारी

अनिल अंबानी पर 420 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप, स्विस बैंक में गुप्त धन रखने पर नोटिस जारी नई दिल्ली: आयकर विभाग ने आर्थिक बदहाली से जूझ रहे रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी को स्विस बैंक के दो खातों में 814 करोड़ रुपये अघोषित रकम पर नोटिस भेजा है। इस राशि पर […]

अनिल अंबानी पर 420 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप, स्विस बैंक में गुप्त धन रखने पर नोटिस जारी

नई दिल्ली: आयकर विभाग ने आर्थिक बदहाली से जूझ रहे रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी को स्विस बैंक के दो खातों में 814 करोड़ रुपये अघोषित रकम पर नोटिस भेजा है। इस राशि पर 420 करोड़ रुपये की कर चोरी का भी आरोप है। नोटिस के मुताबिक अनिल ने इन विदेशी खातों और वित्तीय गतिविधियों की जानकारी जानबूझ कर नहीं दी, जो साल 2012-13 से 2019-20 के दौरान देनी चाहिए थी। इस मामले में उनसे 31 अगस्त तक जवाब मांगा है।

आयकर विभाग का कहना है कि उन्होंने जानबूझकर टैक्स अधिकारियों के समक्ष अपने विदेशी बैंक खातों का विवरण उजागर नहीं किया। उन्हें इस संदर्भ में महीने की शुरुआत में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिस पर उनसे 31 अगस्त तक जवाब मांगा गया है। अनिल अंबानी के कार्यालय ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है।

विभाग ने कहा कि उन पर काला धन (अघोषित विदेशी आय एवं परिसंपत्तियां) कराधान अधिनियम, 2015 की धारा-50 और 51 के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है, जिसमें जुर्माने के साथ अधिकतम 10 साल कारावास की सजा का प्रावधान है। अनिल अंबानी पर आकलन वर्ष 2012-13 से 2019-20 के बीच विदेश में अघोषित परिसंपत्तियां रखकर कर चोरी करने का आरोप लगाया गया है। प्रेट्र के पास उपलब्ध नोटिस की कापी के मुताबिक, कर अधिकारियों को पता चला कि अनिल अंबानी बहामास स्थित कंपनी डायमंड ट्रस्ट और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में बनाई गई एक और कंपनी नार्दर्न अटलांटिक ट्रेडिंग अनलिमिटेड में निवेशक और स्वामी हैं।

बहामास के ट्रस्ट के मामले में विभाग को पता चला कि उसकी ड्रीमवर्क होल्डिंग इंक नामक एक कंपनी थी। इस कंपनी का स्विस बैंक में एक अकाउंट था जिसमें 31 दिसंबर, 2007 को 3.2 करोड़ डालर से अधिक की रकम जमा थी। नोटिस के मुताबिक ट्रस्ट को शुरुआत में करीब 2.5 करोड़ डालर की धनराशि प्राप्त हुई थी। विभाग का आरोप है कि इस धनराशि का स्त्रोत अनिल अंबानी का निजी अकाउंट था।

अनिल अंबानी ने 2006 में इस ट्रस्ट को खोलने के लिए केवाईसी दस्तावेज में अपना पासपोर्ट दिया था। इस ट्रस्ट के लाभार्थियों में उनके परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में जुलाई, 2010 में बनाई गई कंपनी का अकाउंट ज्यूरिख स्थित बैंक आफ साइप्रस में है। विभाग ने दावा किया कि इस कंपनी और इसकी रकम के अनिल अंबानी पूर्ण लाभकारी स्वामी हैं।

Views: 0

More News

200 कुण्डीय धर्म रक्षा महायज्ञ एवं दो दिवसीय सनातन संस्कृति महासम्मेलन

BR गवई होंगे देश के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधिश...

BR गवई होंगे देश के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधिश...

Top News

200 कुण्डीय धर्म रक्षा महायज्ञ एवं दो दिवसीय सनातन संस्कृति महासम्मेलन

रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती एवं आर्य समाज...
राज्य  छत्तीसगढ़ 
200 कुण्डीय धर्म रक्षा महायज्ञ एवं दो दिवसीय सनातन संस्कृति महासम्मेलन

महामाया मंदिर कुंड में 23 कछुओं की मौत का मामला: CJ की फटकार, ट्रस्टी ही हत्यारे - पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष का सनसनीखेज आरोप 

   बिलासपुर/रतनपुर: रतनपुर स्थित प्रसिद्ध महामाया शक्तिपीठ के मंदिर परिसर में बने कुंड में 23 कछुओं की रहस्यमय मौत के मामले...
बिलासपुर  छत्तीसगढ़ 
महामाया मंदिर कुंड में 23 कछुओं की मौत का मामला: CJ की फटकार, ट्रस्टी ही हत्यारे - पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष का सनसनीखेज आरोप 

रवि शंकर सावड़िया ने Indian Cost Service परीक्षा में देश में दूसरा स्थान प्राप्त कर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया

रायपुर। छत्तीसगढ़ की धरती एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर चमकी है। राज्य के सुप्रसिद्ध सावड़िया परिवार के रवि शंकर...
राज्य  छत्तीसगढ़ 
रवि शंकर सावड़िया ने Indian Cost Service परीक्षा में देश में दूसरा स्थान प्राप्त कर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित  किया

छत्तीसगढ़ में व्यापारियों को राहत,अस्थायी बिजली कनेक्शन के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू...

Raipur/    छत्तीसगढ़ सरकार ने एक अभिनव कदम उठाते हुए व्यवसायियों के लिए अस्थायी बिजली कनेक्शन प्राप्त करने की प्रक्रिया छत्तीसगढ़...
राज्य  छत्तीसगढ़ 
छत्तीसगढ़ में व्यापारियों को राहत,अस्थायी बिजली कनेक्शन के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू...

राज्य

Copyright (c) National Jagat Vision - All Rights Reserved
Powered By Vedanta Software