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भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भ्रष्टाचार में पूरी सरकार की मिली भगत है : प्रदेश अध्यक्ष साव

भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भ्रष्टाचार में पूरी सरकार की मिली भगत है : प्रदेश अध्यक्ष साव 0 सौम्या और समीर कांग्रेस के किस पद पर है अब तक कार्यवाही क्यों नही हुई रायपुर : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव ने कहा, कि कांग्रेस की भूपेश बघेल […]

भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भ्रष्टाचार में पूरी सरकार की मिली भगत है : प्रदेश अध्यक्ष साव
0 सौम्या और समीर कांग्रेस के किस पद पर है अब तक कार्यवाही क्यों नही हुई
रायपुर : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव ने कहा, कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने सबसे अधिक भरोसे का ही कत्ल कर दिया है। खबरों के अनुसार पिछले दिनों ईडी ने प्रदेश सरकार को एक पत्र लिख कर मुख्यमंत्री की उप सचिव डिप्टी कलेक्टर,सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर विश्नोई समेत सीएम बघेल के करीबी अफसरों पर कार्यवाही करने को कहा है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि गंभीर आरोपों में जेल में बंद सौम्या चौरसिया अभी भी मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव के पद पर बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा, आप सीएमओ छत्तीसगढ़ की वेबसाईट पर देख सकते हैं , इसका स्क्रीन शॉट मेरे पास है जिसमें आज भी सौम्या चौरसिया उप सचिव है, जबकि शासकीय सूत्रों के हवाले से यह समाचार महीनों पहले प्रकाशित करा दिया गया था कि सौम्या और विश्नोई समेत सभी आरोपियों को निलंबित कर दिया गया है । आज ईडी को कार्यवाही के लिए पत्र लिखना पड़ रहा है । लेकिन ऐसी भूपेश बघेल की क्या मजबूरी है। आरोपियों को निलंबित करने का साहस नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी क्या राजदारी है जिसके खुल जाने का डर है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह स्पष्ट करना चाहिए। आपके माध्यम से मैं कांग्रेस सरकार विशेष कर मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वे स्पष्ट करे कि सौम्या चौरसिया को निलंबित किया गया है या वह आज भी अपने पद पर बनी हुई है। जैसा कि सीएमओ के पोर्टल में दर्ज है? अगर वह आज भी पद पर बनी हुई हैं, और शासकीय सूत्रों से यह छप रहा था कि आरोपियों को सस्पेंड कर दिया गया है तो यह सीधे तौर पर ब्रीच ऑफ ट्रस्ट’ है।कांग्रेस सरकार ने ‘ट्रस्ट डेफिसिट पैदा किया है मुख्यमंत्री ने विश्वासघात और संविधान के लिए गए ‘शपथ’ का उल्लंघन किया है।
ऐसी परिस्थिति में मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
बात-बात पर समानांतर जांच बिठाने वाले, बार-बार नियम विरुद्ध एसआईटी आदि का गठन करने वाले, न्यायिक आयोग आदि का गठन करते रहने वाले भूपेश बघेल जी से मैं यह पूछना चाहता हूं कि देश भर में छत्तीसगढ़ की बदनामी कराने वाले इन मामलों में क्या कार्यवाही किया है, कितने एसआईटी का गठन किये हैं, कांग्रेस सरकार ने समूचे प्रदेश के संसाधनों की लूट करने वालों को प्रोत्साहित करने और उन्हें संरक्षण देने वाले भूपेश बघेल को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए पर उनके पास नैतिकता है कहां?