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भूगोल बार को लेकर बड़ा ख़ुलासा, आख़िर किसके इशारे पे भूगोल बार के वाशरूम में पिलाया जाता है, अवैध नशीली पदार्थ ?….. देखें वीडियो

भूगोल बार को लेकर बड़ा ख़ुलासा, आख़िर किसके इशारे पे भूगोल बार के वाशरूम में पिलाया जाता है, अवैध नशीली पदार्थ ?….. देखें वीडियो बिलासपुर : कुछ ही दिनों की निगरानी से पुलिस तो क्या कोई सामान्य व्यक्ति भी आसानी से ये जान समझ सकता है कि मैग्नेटो मॉल में संचालित बार (पब) “भूगोल” में […]

भूगोल बार को लेकर बड़ा ख़ुलासा, आख़िर किसके इशारे पे भूगोल बार के वाशरूम में पिलाया जाता है, अवैध नशीली पदार्थ ?….. देखें वीडियो
बिलासपुर : कुछ ही दिनों की निगरानी से पुलिस तो क्या कोई सामान्य व्यक्ति भी आसानी से ये जान समझ सकता है कि मैग्नेटो मॉल में संचालित बार (पब) “भूगोल” में किस तरह युवाओं को नशे की लत लगवाई जा रही है। हमेशा से लगातार ही लोग ऐसी बात करते सुने जाते हैं कि ऐसे बारों में प्रतिबंधित अवैध नशीली दवाएं परोसी जा रही हैं लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग के द्वारा कभी भी कोई कड़ी कार्यवाही नहीं किया जाता है।
प्रशासन ने ऐसे बारों के खुलने बंद होने की समय सीमा तय कर रखी है। लेकिन पुलिस और प्रशासन का मज़ाक उड़ाते हुए ऐसे बार लगभग सारी रात नशा परोसते हैं। और बिना कहे प्रशासन को खुली चुनौती देते प्रतीत होते हैं कि “अरे निर्बल लाचार प्रशासन तुम्हारे नियम हमारे ठेंगे पर, जो बन पड़ता है कर लो”
यह बात सोचने वाली है कि नियम कानून की धज्जियां उड़ा कर संचालित हो रहे ऐसे बारों को प्रशासन का मखौल उड़ाने की हिम्मत आख़िर मिलती कहां से है?
बीते दिनों उसी बार के मैनेजर योगेश द्विवेदी को एन्टी क्राइम एण्ड साईबर यूनिट और चकरभाठा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित ड्रग MDMA के साथ रंगे हाथ गिरफ़्तार किया है। भूगोल बार के मैनेजर योगेश द्विवेदी को जिस वक़्त गिरफ़्तर किया गया उस वक़्त वो इस प्रतिबंधित नशीली दवा को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा था।
कुंभकर्णी नींद में सो रहा है आबकारी विभाग ?
शहर के बार में इस तरह खुलेआम नियमों की अनदेखी की जा रही है। क्या ज़िले के आबकारी विभाग को इन गतिविधियों की जानकारी नहीं है? जिस आबकारी अधिकारी के क्षेत्र में भूगोल बार का संचालन हो रहा है वो अधिकारी अपनी ज़िम्मेदारियों से इस कदर बेखबर क्यों हैं? आबकारी विभाग की इस लापरवाही की वजह क्या है?
कैसी परिस्थितियाँ बन रही हैं देखिए…
लाइसेंसधारी व्यक्ति बार के अंदर बैठे हैं, बार का मैनेजर प्रतिबंधित नशीली दवा बेचते गिरफ़्तार हुआ है, सूत्र के मुताबिक मैनेजर की गिरफ्तारी के समय बार को किराए पर लेकर चलाने वाले वाला भी वहाँ मौजूद है, इन सारी परिस्थितियों को जोड़ कर देखने से तो ऐसा ही लगता है कि यदि भूगोल बार के अंदर प्रतिबंधित नशीली दवाएं परोसी जाती हैं तो ज़ाहिर है कि इसमें सभी की मिलीभगत होगी ।
बार मैंनेजर योगेश द्विवेदी का भूगोल बार को लेकर बड़ा खुलासा
हमारे पास एक वीडियो आया है जिसमे बार के मैंनेजर ने बताया कि अंकित अग्रवाल और मुन्ना गुप्ता ही नशे का पूरा क़ारोबार करवाते है जिनके इशारे पर ही भूगोल बार के वशरूम में ड्रग्स पिलाया जाता है।
बार भी चला रहे हैं और कॉलेज भी ये कैसा दोहरा मापदण्ड
यदि ये बात सच है कि चौकसे ग्रुप ऑफ कॉलेज के संचालकों में से एक के नाम से ही भूगोल बार का लाईसेंस जारी किया गया है तो समाज के तमाम लोगों को शिक्षा का मंदिर संचालित करने वालों के इस दोहरे मापदण्ड पर विचार करने की ज़रूरत है कि कॉलेज के संचालक जहाँ एक तरफ़ युवाओं को शिक्षा देकर अच्छे भविष्य की नसीहत देते हैं और वहीं दूसरी तरफ़ बार का संचालन करते हैं।
पुलिस को चाहिए कि इस पूरे मामले की गहराई से जाँच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जा सके ऐसे जो समाज को अंधेरे में रखकर आज के यूवकों को बर्बाद करने वाले के खिलाफ।