हमर लैब का बनाया ले आउट,पर योजना ने शुरूआत से पहले ही तोड़ा दम...

Raipur/  महासमुंद के मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में 04 साल बाद भी " हमर लैब " योजना की शुरूआत नहीं हो पाई है । और तो और " हमर लैब " योजना,  शुरूआत के पहले ही महासमुंद जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है । महासमुंद जिला अस्पताल सहित जिले के कुछ चिन्हित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी " हमर लैब " की स्थापना होनी थी । लेकिन यह योजना सिर्फ राजधानी तक ही सिमट कर रह गई ।

 हमर लैब योजना के तहत जिला अस्पताल में 114 से लेकर 120 प्रकार की जांच नि:शुल्क होनी थी । यदि " हमर लैब " योजना की शुरूआत महासमुंद जिले में होती तो जिले के लाखों गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो सकती थी । साल 2020 में शुरूआत होने वाली योजना के अब तक महासमुंद जिले में लागू नहीं होने के चलते गरीब मरीजों को बहुत प्रकार के जांच निजी अस्पतालों एवं लैब में महंगे कीमत पर कराना पड़ रहा है । 

सबसे ज्यादा परेशानी यह है कि बहुत तरह की बीमारियों की जांच के लिए राजधानी रायपुर जाना पड़ता है । महासमुंद मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में रोजाना सैंकड़ों मरीज आते हैं , जिन्हे बीमारी की जांच के लिए मजबूरन निजी लैब में जाना पड़ता है । महासमुंद में " हमर लैब " योजना की शुरूआत के लिए तैयारी करते हुए स्थान चयन एवं ले आउट बना लिया गया था , लेकिन योजना ने शुरूआत से पहले ही दम तोड़ दिया है ।

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