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खडगे की ताजपोशी में एकजुटता का संदेश! सियासी संकट के बाद पहली बार एक मंच पर गहलोत-पायलट

खडगे की ताजपोशी में एकजुटता का संदेश! सियासी संकट के बाद पहली बार एक मंच पर गहलोत-पायलट राजस्थान में बीते महीने हुए सियासी ड्रामे और विधायक दल की बैठक के बहिष्कार को लेकर हुए घमासान के बाद लंबे अरसे बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक मंच पर नजर आएंगे कांग्रेस के […]

खडगे की ताजपोशी में एकजुटता का संदेश! सियासी संकट के बाद पहली बार एक मंच पर गहलोत-पायलट
राजस्थान में बीते महीने हुए सियासी ड्रामे और विधायक दल की बैठक के बहिष्कार को लेकर हुए घमासान के बाद लंबे अरसे बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक मंच पर नजर आएंगे
कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे 26 अक्टूबर को पदभार ग्रहण करेंगे इस दौरान राजस्थानके दोनों नेता शामिल होंगे. वहीं इस कार्यक्रम में भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी भी शामिल होंगे। खडगे के चार्ज संभालने के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राजस्थान और छत्तीसगढ़ संकट पर कुछ फैसला तत्काल हो सकता है। वहीं कांग्रेस आलाकमान के सामने चुनावों को देखते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर खींचतान पर कोई बीच का रास्ता निकालना बड़ी चुनौती होगी।
बता दें कि खडगे के चार्ज संभालने के दौरान होने वाले कार्यक्रम में देशभर से प्रमुख कांग्रेसी नेता शामिल हों रहें हैं। हालांकि सियासी गलियारों में चर्चा गहलोत और पायलट का एक साथ शामिल होना है जो बीते मई में उदयपुर में हुए राष्ट्रीय चिंतन शिविर के बाद पहली बार एक साथ किसी कार्यक्रम में साथ नजर आ रहे हैं ।
राजस्थान के कई नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा
वहीं खडगे के कार्यक्रम के लिए एआईसीसी से तमाम पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है जहां कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी सदस्यों, एआईसीसी प्रभारियों और सचिव को बुलाया है । सूत्रों का यह भी मानना है कि सभी सी डब्लू सी एआई सी सी प्रभारियों और सचिवों को स्तिफा देने को कहा गया है। वहीं राजस्थान से इस कार्यक्रम में गहलोत, पायलट के अलावा सीडब्ल्यूसी सदस्य अलवर से भंवर जितेंद्र सिंह, रघुवीर मीणा, गुजरात प्रभारी रघु शर्मा, पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी, यूपी के सह प्रभारी धीरज गुर्जर और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेता दिल्ली पहुंचे हैं जो वहां कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इसके अलावा बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान से पिछले महीने नोटिस मिलने वाले तीनों नेता भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इन्हीं तीन नेताओं पर खरगे के एक्शन का हर किसी को इंतजार है. सियासी जानकारों का कहना है कि खरगे के कार्यक्रम में माहौल देखकर राजस्थान को लेकर आने वाले दिनों की स्थितियों का आंकलन किया जा सकता है।
खडगे के करीबियों में गहलोत !
गौरतलब है कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष के सामने कुर्सी संभालते ही गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस फिलहाल चुनावों पर फोकस करना चाहती है और राजस्थान और छत्तीसगढ़ के संकट पर फैसला फिर हाल टाला जा सकता है। वहीं खडगे के करीबी लोगों में गहलोत शामिल रहे हैं।
इससे पहले गहलोत 30 सितम्बर को मल्लिकार्जुन खडगे के अध्यक्ष पद के नामांकन और 19 अक्टूबर को उनके निर्वाचन में साथ रहे थे। इसके अलावा मतदान से एक दिन पहले गहलोत ने खडगे के समर्थन में वोट करने की अपील भी की थी। बताया जाता है कि सियासी संकट के दौरान आलाकमान को दी गई रिपोर्ट में खडगे ने गहलोत को क्लीन चिट देने में अहम भूमिका निभाई थी।