छत्तीसगढ़ का मुख्य सूचना आयुक्त कौन? आज लगेगी मुहर, चीफ सेक्रेटरी और पूर्व डीजीपी के लिए कुर्सी 'रिज़र्व' या फिर होगा पत्ता साफ़?

 

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नए मुख्य सूचना आयुक्त (CIC) के नाम पर आज मुहर लगने वाली है। मंत्रालय में इस अहम नियुक्ति को लेकर ज़ोरों पर गहमागहमी है और अटकलों का बाज़ार गर्म है। सूत्रों की तस्दीक के अनुसार, मुख्य सूचना आयुक्त के चयन को लेकर बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है और उम्मीद है कि कल शाम तक इस रहस्य से पर्दा उठ जाएगा।

आम चर्चा है कि मौजूदा चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन या फिर पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा में से किसी एक के लिए मुख्य सूचना आयुक्त की कुर्सी पहले से ही 'रिज़र्व' कर दी गई है। दोनों ही अधिकारियों ने इस पद के लिए साक्षात्कार दिया था। हालांकि, यह भी चर्चा का विषय है कि दोनों ही अफसरों का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है। दर्जनों ऐसे मामले हैं जिनमें ये अधिकारी अदालत में 'पार्टी' रहे हैं। ऐसे में, एक निष्पक्ष संवैधानिक संस्था में इनकी नियुक्ति को लेकर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। क्या इनका पत्ता साफ़ होगा या फिर 'रिज़र्व' कुर्सी पर किसी और क़ाबिल उम्मीदवार को मौक़ा मिलेगा? मंत्रालय में इस बात को लेकर सरगर्मी बनी हुई है।

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उधर, मौजूदा चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन के अगले कुछ दिनों में रिटायर होने की संभावना है, जिससे 'रिज़र्व' कुर्सी पर उनका दावा और भी मज़बूत माना जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि मुख्य सूचना आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए इन दो आला अधिकारियों के अलावा दर्जनों अन्य उम्मीदवारों का इंटरव्यू उनके कनिष्ठ अधिकारियों ने लिया था।

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इसके साथ ही, नए चीफ सेक्रेटरी को लेकर भी कयासों का दौर जारी है। इस दौड़ में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुब्रत साहू और मनोज पिंगुआ के नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं। मंत्रालय में पिंगुआ की 'सुस्त' और साहू की 'चुस्त' कार्यशैली की चर्चा भी खूब हो रही है। वरिष्ठ आईएएस रेनू पिल्ले और ऋचा शर्मा के नाम भी भावी सीएस के तौर पर लिए जा रहे हैं। कुछ अधिकारियों का यह भी मानना है कि नया सीएस दिल्ली से रायपुर का सफ़र तय कर सकता है। नाम न छापने की शर्त पर कई वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी कहा कि प्रदेश को एक बार फिर पूर्व सीएस आरपी मंडल जैसी कार्यप्रणाली के धनी मुख्य सचिव की ज़रूरत है। उन्होंने अंदेशा जताया कि यदि इस बार भी किसी ऐसे-वैसे अधिकारी को थोप दिया गया, तो प्रदेश का विकास बाधित हो सकता है और कानून व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ सकती है।

मंत्रालय के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक, सभी नए चीफ सेक्रेटरी के नाम के ऐलान का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। उनका मानना है कि दूरगामी परिणामों को देखते हुए राज्य की विष्णुदेव साय सरकार एक कुशल नेतृत्व वाले अधिकारी को प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया की कुर्सी सौंपेगी। हालांकि, नौकरशाही के एक वर्ग का यह भी मानना है कि मौजूदा चीफ सेक्रेटरी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।

गौरतलब है कि इस पद के लिए 144 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें पूर्व डीजीपी डीएम अवस्थी और पूर्व मुख्य सचिव आरपी मंडल जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। राज्य मुख्य सूचना आयुक्त और राज्य सूचना आयुक्त के पदों के लिए कुल 209 आवेदन प्राप्त हुए थे। गठित सर्च कमेटी ने आवेदनों की प्रारंभिक जाँच के बाद योग्य उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया था। अब सभी को नतीजों का इंतज़ार है। देखना दिलचस्प होगा कि आख़िरकार बाजी किसके हाथ लगती है।

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