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आदिवासी बच्चियों की सेहत के साथ इस सरकार में किया जा रहा है खिलवाड़, खराब सेनेटरी पैड का कराया जा रहा था उपयोग, एक्सपायरी हो चुके नेपकिन को अब चोरी से की जा रही डिस्पोज

आदिवासी बच्चियों की सेहत के साथ इस सरकार में किया जा रहा है खिलवाड़, खराब सेनेटरी पैड का कराया जा रहा था उपयोग, एक्सपायरी हो चुके नेपकिन को अब चोरी से की जा रही डिस्पोज कोण्डागाँव : कोंडागांव आश्रम छात्रावासों में रह रही बच्चियों के उपयोग के लिए शासन से मिलने वाली सहायता शासकीय राशि […]

आदिवासी बच्चियों की सेहत के साथ इस सरकार में किया जा रहा है खिलवाड़, खराब सेनेटरी पैड का कराया जा रहा था उपयोग, एक्सपायरी हो चुके नेपकिन को अब चोरी से की जा रही डिस्पोज
कोण्डागाँव : कोंडागांव आश्रम छात्रावासों में रह रही बच्चियों के उपयोग के लिए शासन से मिलने वाली सहायता शासकीय राशि का दुरुपयोग किस प्रकार से किया जा रहा है यह बात एक बार फिर से जिले में साफ तौर से सामने नजर आने लगी है.
सूत्रों से मिल रही जानकारी यह है कि उच्च स्तरीय सप्लायर द्वारा जिले में बड़ी मात्रा में सेनेटरी पैड नैपकिन की सप्लाई की गई थी, जिसे कमला नेहरू मैट्रिक छात्रावास कोण्डागाँव की अधीक्षिका द्वारा रिसीविंग कर रख लिया गया था, लेकिन शासन द्वारा बच्चों के उपयोग हेतु आवंटित पैसों से खरीदे गए इन सेनेटरी पैड का उपयोग बच्चियों ने किया ही नहीं और जब उक्त नैपकिन उपयोग के योग्य नहीं रहे, ये खराब हो गए तब इसे चोरी छुपे डिस्पोज करने की तैयारी शुरू कर दी गई । वहीं सूत्रों की माने तो एक पिकअप सेनेटरी पैड बॉक्स चोरी छुपे पहले ही फिकवाया / डिस्पोज कराया जा चुका है।
छात्रावास की अधीक्षिका ने पहले तो सेनेटरी पैड छात्रावास के स्टोर रूम में होने से ही इंकार कर दिया था लेकिन मीडिया कर्मियों को जानकारी मिलते ही उक्त मामले की जानकारी एसडीएम चित्रकान्त राजेश चार्ली एवं एसडीओपी निमितेश सिंह को दी गई. जिसके बाद अधिकारियों के निर्देशन पर पतासाजी के दौरान हॉस्टल के रसोई कक्ष के स्टोर रूम में बड़ी मात्रा में सेनेटरी पेड कंबल व मच्छरदानी के नीचे छुपा पाया गया, जिसके बाद हॉस्टल अधीक्षिका ने कहा कि उक्त सेनेटरी पैड बच्चों को दिया जा रहा है, वह इनके उपयोग करवाने की बात कह रही थी लेकिन सेनेटरी पैड के पैक को चेक करने पर पाया गया की इसके इस्तेमाल की अवधि खत्म हो चुकी थी, जिसके बाद मैडम ने अपना बयान बदलते हुए कहा कि जो सेनेटरी पैड एक्सपायर हो चुका है उसे डिस्पोज करवाया जाएगा, वही अब अहम सवाल उठता है की खराब सेनेटरी पैड का उपयोग अगर बच्चियाँ कर रही हैं तो उनके हाइजीन व अन्य संक्रमण से उनके ग्रसित होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.
वहीं इस मामले पर सहायक आयुक्त संकल्प साहू ने कहा इसे डिस्पोज कराया जाएगा और वर्तमान में हमारे पास कोई आवंटन राशि नहीं है जिसकी वजह से हम सेनेटरी पैड नहीं खरीद पाए, यदि पैड आश्रम छात्रावासों में वितरित किया जा रहा है तो अधीक्षिका अपने स्तर पर वितरित कर रही होंगी. छात्रावास में सहायिका और आयुक्त के बयान मेल नहीं खा रहे थे, सारा मामला गोलमोल है. लेकिन साक्ष्य तो सामने है कि खराब पैड बच्चियों को उपयोग के लिए दिया जा रहा है. जिससे उनकी सेहत और स्वास्थ्य खराब हो सकता है. इस ओर प्रशासन के कार्यवाही की उम्मीद है. जिससे ऐसी गलती दोबारा ना हो। ऐसे सप्लायर जो खराब एक्सपायरी डेट के पैड सप्लाई कर रहा है उसके खिलाफ और जो अधीक्षिका जो इस पुरे मामले को दबाने और ठेकेदार के साथ मिलकर इन बच्चियों के सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए मुख्यमंत्री जी को चाहिए इस मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही का आदेश जारी कर दोषियों को सजा दें।