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डाटा छुपाने भ्रष्टाचार एवं झूठ के जुमले फेंकने में आम आदमी पार्टी बीजेपी के भी बाप निकला ; आरटीआई रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा
बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही RSS की A और B टीम है| दोनों पार्टियों की नीतियां, दशा एवं दिशा RSS के लोग तय करते हैं

डाटा छुपाने भ्रष्टाचार एवं झूठ के जुमले फेंकने में आम आदमी पार्टी बीजेपी के भी बाप निकला ; आरटीआई रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा……..बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही RSS की A और B टीम है| दोनों पार्टियों की नीतियां, दशा एवं दिशा RSS के लोग तय करते हैं| भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट […]

डाटा छुपाने भ्रष्टाचार एवं झूठ के जुमले फेंकने में आम आदमी पार्टी बीजेपी के भी बाप निकला ; आरटीआई रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा……..बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही RSS की A और B टीम है| दोनों पार्टियों की नीतियां, दशा एवं दिशा RSS के लोग तय करते हैं|
भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉ. अनिल कुमार मीणा ने बताया कि उनकी दिल्ली प्रदेश आरटीआई टीम ने केजरीवाल के कई भ्रष्टाचार एवं झूठ को आरटीआई रिपोर्ट के माध्यम से आपके सामने लाया है |

केजरीवाल सरकार ने पिछले वर्ष विज्ञापनों पर 1000 इलेक्ट्रॉनिक बसें सड़कों पर चल रही है का प्रचार प्रसार पर करोड़ों रुपए खर्च किए लेकिन जब सरकार की आरटीआई रिपोर्ट सामने आई तो मात्र 153 बस यही सड़कों पर पाई गई| युवा कांग्रेस ने अगला सवाल दिल्ली सरकार से पूछा कि 2015 से पहले सड़कों पर कितनी डीटीसी बसें परिचालन में थी ? सरकार जवाब देती है उसके पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है|

सूचना नहीं मिलने पर युवा कांग्रेस आरटीआई कार्यकर्ताओं ने भारतीय सूचना आयोग में प्रथम अपील के माध्यम से फिर से सूचना मांगी तो आरटीआई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दिसंबर 2015 कांग्रेस कार्यकाल तक 4461 बसे परिचालन में थी |

केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए अगला सवाल पूछा गया की पुरानी बसों को किसे टेंडर निकाल कर बेचा गया ? सरकार ने अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए रिपोर्ट में जवाब दिया उनके पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है| युवा कांग्रेस आरटीआई के कार्यकर्ता इस भ्रष्टाचार की तह में जाने के लिए निजामुद्दीन बस स्टॉप पर खड़ी सैकड़ों बसों की जांच की, तो पता चला कि केजरीवाल सरकार मिलीभगत से सभी बसों के इंजन कौड़ियों के भाव बेचकर लगभग 90 करोड का भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ| अगला सवाल सरकार से पूछा कि 2015 से 2022 तक कितनी डीटीसी बसें किस कंपनी से कितनी लागत पर खरीदी गई है ? इस सवाल पर सरकार कहती है उसके पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है तो मतलब साफ है कि सरकार अपने भ्रष्टाचारी चेहरे को छुपाने के लिए सूचना के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन कर रही है किसी भी सवाल का सही तरीके से जवाब नहीं दे रही है कुछ सवालों के जवाब में वह भ्रष्टाचारी चेहरा सामने आया है| डॉ. अनिल कुमार मीणा ने बताया केजरीवाल भले ही अपने आप को मासूम दिखाने की कोशिश करता हो लेकिन उसके हाथ भ्रष्टाचार से रंगे हुए हैं उनके चेहरे के पीछे कई और भ्रष्टाचारी चेहरे छिपे हुए हैं | दिल्ली दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट के वाइस चेयरमैन सुमित यादव टीम के पास केजरीवाल के भ्रष्टाचार के कई चिट्ठे हैं | वे समय-समय पर मीडिया को आरटीआई रिपोर्ट सांझा करते रहेंगे |