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1 करोड़ के इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए खुद की मौत का ड्रामा, अनजान शख्स को कार में लिफ्ट देकर उतारा मौत के घाट, ऐसे हुआ खुलासा,
नई दिल्ली। एक बैंक रिकवरी एजेंट ने 1 करोड़ रुपये की इंश्योरेंस पॉलिसी के लालच में ऐसा भयावह खेल रचा कि हर कोई दंग रह गया। आरोपी ने एक बेकसूर हिचहाइकर को अपनी योजना का शिकार बनाकर कार में जिंदा जला दिया, ताकि दुनिया को यह विश्वास हो कि उसने खुद अपनी मौत कर ली है।
रविवार तड़के खुला पहला राज
औसा तालुका में पुलिस को सूचना मिली कि एक कार पूरी तरह जल चुकी है और उसमें जली हुई लाश पाई गई है। कार के मालिक ने बताया कि यह गाड़ी उन्होंने अपने रिश्तेदार गणेश चव्हाण को दी थी। चव्हाण घर नहीं लौटा और उसका फोन भी बंद था। लातूर एसपी अमोल तांबले ने कहा कि शुरुआती जांच में यही लग रहा था कि मृतक चव्हाण है। परिवार को सूचना दी गई और वे शोक में डूब गए।
गर्लफ्रेंड को भेजा मैसेज बना टर्निंग पॉइंट
जांच के दौरान पुलिस ने चव्हाण की पर्सनल लाइफ खंगाली। पता चला कि उसका एक महिला से अफेयर है। महिला से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ, घटना के बाद चव्हाण दूसरे नंबर से महिला को मैसेज कर रहा था और चैटिंग कर रहा था, जिससे स्पष्ट हुआ कि वह जिंदा है। अब बड़ा सवाल था कि कार में जली लाश किसकी है? पुलिस ने दूसरे नंबर को ट्रैक किया और कोल्हापुर व सिंधुदुर्ग के विजयदुर्ग में जाकर चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की जांच और अगले कदम
एसपी अमोल तांबले ने बताया कि चव्हाण ने यह खौफनाक साजिश इंश्योरेंस पॉलिसी के लालच में रची थी। पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है और जली लाश की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
लालच में की गई क्रूर हत्या
पूछताछ में गणेश चव्हाण से सारा सच उगल दिया। उसने 1 करोड़ रुपये की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी। उसने बताया कि घर का भारी लोन चुकाने के लिए मौत का नाटक रचने का प्लान बनाया। इसके लिए उसे एक लाश चाहिए थी जो उस जैसी लगे। इसी बीच शनिवार को औसा के तुलजापुर टी-जंक्शन पर उसने गोविंद यादव नाम के हिचहाइकर को लिफ्ट दी। यादव शराब के नशे में था, चव्हाण ने इसी मौके का फायदा उठाया। दोनों एक ढाबे पर रुके, खाना खाया। फिर वनवाड़ा पाटी-वनवाड़ा रोड पर कार रोकी और वारदात को अंजाम दे दिया।
कैसे वारदात को दिया अंजाम?
ढाबे पर खाना खाने के बाद यादव कार में सो गया था। चव्हाण ने उसे ड्राइवर की सीट पर घसीटा, सीटबेल्ट बांधी। फिर सीट पर माचिस की तीलियां और प्लास्टिक बैग रखकर आग लगा दी। पुलिस और परिवार को गुमराह करने के लिए अपना ब्रेसलेट लाश के पास छोड़ दिया था। आग लगने से कार जलकर खाक हो गई, लाश इतनी बुरी तरह जली कि पहचाना मुश्किल हो गया था। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। एसपी तांबले बोले कि जांच जारी है, देखा जाएगा कि चव्हाण का कोई साथी तो नहीं था।
