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त्रिपुरा में ड्रग रैकेट का बड़ा खुलासा, 16 करोड़ की ‘याबा क्वीन’ गिरफ्तार
अगरतला। त्रिपुरा के शांत दिखने वाले बोक्सानगर इलाके में तब हलचल मच गई जब एक महिला के पास से 16 करोड़ रुपये की नशीली टैबलेट्स बरामद की गईं। खुफिया इनपुट पर चलाए गए BSF और NCB के जॉइंट ऑपरेशन में महिला के पास से करीब 1.6 लाख याबा टैबलेट्स (16 किलो मेथाम्फेटामाइन) जब्त की गईं। नशीले कारोबार के इस जाल में लिप्त महिला को सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया, जो त्रिपुरा में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क की खतरनाक तस्वीर पेश करता है।
आरोपी महिला की पहचान 33 वर्षीय लिपियारा खातून के रूप में हुई है। वो मध्य बोक्सानगर की रहने वाली है और बड़े स्तर पर ड्रग्स का कारोबार करती है। लिपियारा के पास 16 मेथाम्फेटामाइन्स ड्रग्स के पैकेट मिले हैं, जिन्हें भूरे रंग के टेप से ढका गया था। मेथाम्फेटामाइन्स को स्थानीय भाषा में याबा टैबलेट्स भी कहा जाता है, जो एक तरह का स्ट्रांग ड्रग्स है।
जब्त किए गए ड्रग्स को पुलिस ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) अगरतला को सौंप दिया है। गौरतलब है कि त्रिपुरा की बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा होने के चलते यह इलाका ड्रग तस्करी का एक हॉटस्पॉट बन चुका है। सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। यही वजह है कि BSF और NCB इस पूरे रूट पर सतत निगरानी बनाए हुए हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में ही इस क्षेत्र में कई बड़ी कार्रवाईयां की गई हैं। 6 अक्टूबर को, असम राइफल्स ने त्रिपुरा में छापा मारकर 70 करोड़ रुपये की ड्रग्स की खेप पकड़ी थी और चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले 29 सितंबर को, राज्य में 60.77 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किए गए थे, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 60 करोड़ रुपये आंकी गई थी। लगातार हो रही ये बरामदगियां इस बात का संकेत हैं कि पूर्वोत्तर भारत में ड्रग्स का नेटवर्क किस कदर फैल चुका है।
