सर्दियों में साइनस की समस्या हो जाती है ट्रिगर, ये 5 तरीके दिलाएंगे राहत, एक्सपर्ट से जानें

साइनस की समस्या वालों को बदलते मौसम में काफी ज्यादा परेशानी होने लगती है और पॉल्यूशन से भी ये ट्रिगर हो सकता है. साइनस (Sinus) सिर की हड्डियों के भीतर मौजूद खोखले हवा से भरे हुए स्थान होते हैं, जो नाक से जुड़े रहते हैं. इसका मुख्य काम नाक द्वारा बाहर सी खींची गई हवा को नम, गर्म और हल्का बनाना होता है. समस्या तब होती है जब इनमें संक्रमण या सूजन हो जाती है. ये सिचुएशन साइनसाइटिस कहलाती है. इसके लक्षणों में की बात करें तो ज्यादातर सिर के एक साइड में तेज दर्द, नाक बंद होना, चेहरे में दर्द महसूस होना, एक साइड की आंख में दर्द-बेचैनी होना, शरीर का टेम्परेचर बढ़ना और गंध की कमी हो सकती है. इस तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत ध्यान देना चाहिए.

साइनस ट्रिगर मौसम में बदलाव की वजह से तो हो ही सकता है. इसके अलावा धूल, धुआं, हवा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एयर पॉल्यूशन) का ज्यादा हो जाना.बैक्टीरियल इंफेक्शन, ठंडी हवाओं के संपर्क में रहना, धूम्रपान, बहुत ठंडा पानी पीना, बार-बार सर्दी-जुकाम होने की समस्या से भी साइनसाइटिस की समस्या ट्रिगर हो सकती है. एक्सपर्ट से जान लेते हैं कि किन आसान तरीकों को फॉलो करके आप साइनस की समस्या से राहत पा सकते हैं.

ये लोग लक्षणों का रखें ध्यान
सीएमडी फेलिक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर डीके गुप्ता का कहना है कि जिन लोगों को साइनस या फिर डिएनएस यानी Deviated Nasal Septum की समस्या है. जिनको एलर्जी है और अपर रेस्पिरेटरी समस्याएं होती रहती हैं. उन लोगों में सर्दियां आते ही समस्या बढ़ सकती है, इसलिए जरूरी है कि कफ, खांसी, खराश, जुकाम होने पर तुरंत ध्यान दें. इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. अब जान लेते हैं कैसे पा सकते हैं साइनस में राहत.

Read More शरीर तेजी से स्लिम पर अंदर से कमजोर? एक्सपर्ट्स ने बताए वजन घटाने वाली दवाओं के खतरे

दिन में तीन बार लें भाप
डॉक्टर डीके गुप्ता कहते हैं कि अगर साइनस की समस्या है तो सर्दियों में या फिर पॉल्यूशन को डील करना है तो आपको रोजाना भाप लेनी चाहिए. आप सुबह दोपहर शाम यानी दिन में तीन बार स्टीम ले सकते हैं या फिर कम से कम दो बार तो स्टीम लेना ही चाहिए. इससे गले और नाक की सूजन कम होती है साथ ही कफ को ढीला करने में भी मदद मिलती है. भाप लेने से संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करने में भी मदद मिलती है.

Read More लिवर, दिल और जोड़ों को भारी नुकसान पहुंचाता है मोटापा, डॉक्टर बोले- बन सकता है 5 बीमारियों की जड़

ह्यूमिडिटी फायर लगाएं
एक्सपर्ट कहते हैं कि साइनस की समस्या ट्रिगर न हो, इसके लिए आप अपने घर में ह्यूमिडिटी फायर लगा सकते हैं. दरअसल इससे हवा में नमी बढ़ती है, जिससे ये एलर्जी और सांसों से जुड़ी समस्या वालों के लिए फायदेमंद रहता है. दरअसल शुष्क हवाओं की वजह से साइनस वालों की सूजन बढ़ सकती है और साथ ही जलन की समस्या भी हो सकती है.

डाइट में लिक्विड न्यूट्रिएंट्स बढ़ाएं
एक्सपर्ट का कहना है कि साइनस की समस्या को डील करने के लिए नॉर्मल टेम्परेचर का पानी तो भरपूर मात्रा में पानी सही रहती ही है. इसके अलावा डेली डाइट में लिक्विड न्यूट्रिएंट्स को बढ़ाना चाहिए जैसे, मिक्स वेज का गरम सूप पिएं, अदरक और तुलसी जैसी गर्म हर्ब्स की चाय लें, गुनगुने पानी में शहद मिलाकर लें. इससे भी आपको काफी आराम मिलता है.

ये फूड्स करें अपनी डाइट में शामिल
साइनस की समस्या है तो सर्दियों में अपनी डाइट में विटामिन सी और विटामिन डी को बढ़ाने के लिए हेल्दी फूड्स खाएं. खासतौर पर विटामिन सी जरूर लें. इसकी पूर्ति के लिए संतरा, आंवला, पपीता, सेब जैसे फ्रूट ले सकते हैं. हरी पत्तेदार सब्जियों के अलावा ड्राई फ्रूट्स और नट्स खाएं. इससे कई न्यूट्रिएंट्स भी मिलेंगे और शरीर भी गर्म रहता है.

ऐसे में लें डॉक्टर से सलाह
डॉक्टर कहते हैं कि अगर आपको कुछ लक्षण दिखाई दे रहे हैं, जैसे सांस लेने में परेशानी होना, आंख में दिक्कत (कंजेक्टिवाइटिस जैसे लक्षण) तो तुरंत अपने आसपास के डॉक्टर को दिखाना चाहिए. इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

लेखक के विषय में

More News

महिला DSP कल्पना वर्मा ने तोड़ी चुप्पी कहा मुझ पर लगे आरोप निराधार, ठगी करने वाला व्यवसायी महादेव ऐप से जुड़ा!

राज्य

कोलकाता में रचा इतिहास: ब्रिगेड मैदान पर 5 लाख लोगों ने एक साथ किया गीता पाठ कोलकाता में रचा इतिहास: ब्रिगेड मैदान पर 5 लाख लोगों ने एक साथ किया गीता पाठ
कोलकाता: कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आज आस्था का ऐसा अद्भुत समागम देखने को मिला, जब लाखों लोगों...
गोवा नाइटक्लब हादसे के बाद पुलिस का बड़ा एक्शन: मैनेजर गिरफ्तार, मालिक की धरपकड़ जारी, सरकार हुई सख्त
तीन नाबालिग छात्राएं रहस्यमय ढंग से लापता, टीचर का कॉल बन गया परिवार के लिए संकट
आठ साल की न्याय संग्राम के बाद मिली जीत: वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल बरी, जासूसी का दाग मिटा
तेंदुए का कहर जारी: 8 महीनों में तीसरी बार गई बच्चों की जान, कोयंबटूर में दहशत