पढ़ाई पर बुरा असर: शिक्षकों की कमी के बावजूद बीएलओ ड्यूटी कर रहे शिक्षक... छमाही परीक्षा भी समाने...

बिलासपुर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 22,464 शिक्षकों के पद खाली होने के बावजूद, हजारों शिक्षकों मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) की ड्यूटी कर रहे है, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। खासकर ऐसे समय में जब अगले महीने छमाही और दो महीने बाद बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं, स्कूलों में नियमित कक्षाएं बाधित हो गई हैं। राजधानी रायपुर जिले में करीब 1,400 शिक्षक बीएलओ के रूप में तैनात हैं। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि शिक्षकों को लगातार गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाना नियमों के खिलाफ है, जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।

शिक्षकों की भारी कमी और बीएलओ ड्यूटी का बोझ

प्रदेश में कुल 56,802 स्कूलों में 58 लाख 6 हजार 871 छात्र अध्ययनरत हैं। आंकड़ों के मुताबिक, औसतन एक शिक्षक पर 20 छात्रों की जिम्मेदारी है, लेकिन हकीकत यह है कि 5,973 स्कूल ऐसे हैं जहाँ सिर्फ एक ही शिक्षक पूरे विद्यालय का संचालन कर रहे हैं और इन स्कूलों में 2 लाख 13,237 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। रायपुर के कई सरकारी स्कूलों में स्वीकृत 6 पदों के मुकाबले महज 2 या 3 शिक्षक ही कार्यरत हैं। इस बीच, बीएलओ का काम घर-घर जाकर फॉर्म वितरण, दस्तावेज सत्यापन और मतदाता सूची अपडेट करना है, जिसके चलते कई स्कूलों में 80 से 90 प्रतिशत स्टाफ बीएलओ ड्यूटी में लगा है और सिर्फ 4-5 शिक्षक ही विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इस कार्य में संलग्न किया गया है।

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बिलासपुर में 809 शिक्षक संलग्न

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बिलासपुर जिले में भी शिक्षा व्यवस्था पर बीएलओ ड्यूटी का गहरा असर पड़ा है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री टांडे ने बताया कि अमले की कमी के चलते 809 शिक्षकों को निर्वाचन कार्य में लगाया गया है। इस कार्य में प्राइमरी के शिक्षक ज्यादा हैं, मिडिल स्कूल से भी शिक्षक लिए गए हैं, जबकि हाईस्कूल के शिक्षकों की संख्या एकदम कम है।

 

प्राथमिक शाला सीपत: एक ही स्कूल से 4 शिक्षक निर्वाचन में एक अटैच 

गंभीर स्थिति का एक उदाहरण सीपत भी है। जहां प्राथमिक शाला सीपत (जो जांजी संकुल में आता है) से एक ही स्कूल के 4 शिक्षकों को निर्वाचन कार्य में लगाया गया है, जबकि एक शिक्षक मस्तूरी के ग्राम लावर में अटैच है। प्रधान पाठक के बार-बार अनुरोध के बावजूद बीईओ ने इस अटैचमेंट को समाप्त नहीं किया है, जिससे स्कूल की पूरी पढ़ाई-लिखाई ठप्प होने की कगार पर है।

स्कूल में 5 शिक्षक है चार लोगों को निर्वाचन कार्य में नहीं लगाया गया है दो को अभित अधिकारी और दो को BLO का कार्य सौंपा गया है । एक शिक्षक ग्राम लावर में अटैच हैं। 

तुलेश्वर कौशिक समन्वयक जांजी 

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